74 वर्षों की परंपरा, नई ऊंचाइयों की ओर – शिक्षा विभाग कर्मचारीगण सहकारी सभा का वार्षिक अधिवेशन 2 मार्च को”

संजय कुमार


कोटा, राजस्थान | 28 फरवरी 2025

शिक्षा विभाग कर्मचारीगण सहकारी सभा लि. 696 आर, कोटा-बारां, जो 1943 में स्वर्गीय घांसीलाल द्वारा स्थापित की गई थी, अपने ऐतिहासिक योगदान और सतत विकास के पथ पर अग्रसर है। यह संस्था सदस्यों को अठन्नी ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराने वाली अनूठी सहकारी सभा है।

संस्था का वार्षिक अधिवेशन आगामी 2 मार्च, रविवार को यूआईटी ऑडिटोरियम, बालाजी नगर, कोटा में आयोजित किया जाएगा, जिसमें लोकसभा अध्यक्ष माननीय ओम बिरला मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। साथ ही राजस्थान सरकार के ऊर्जामंत्री हीरालाल नागर अध्यक्षता करेंगे, और कोटा दक्षिण विधायक सन्दीप शर्मा व शिक्षाविद् सतीश कुमार गुप्ता विशिष्ट अतिथि होंगे।

संस्था के अध्यक्ष प्रकाश जायसवाल तथा उपाध्यक्ष महेंद्र नागर ने बताया कि पिछली कार्यकारिणी ने 1374 डिफॉल्टर्स विरासत में सौंपे थे। जिन पर 21 करोड रुपए की राशि बकाया थी। वर्तमान कार्यकारिणी ने प्रयास करके लगभग 10 करोड रुपए की वसूली की है और अब केवल 400 सदस्य डिफाल्टर के रूप में शेष बचे हैं। संस्था द्वारा 2 वर्ष में ही 5 करोड़ की अतिरिक्त सावधि जमा करवाकर संस्था का सावधि जमा फंड बढ़ाया गया है। इसी के साथ-साथ ऋण राशि में भी बढ़ोतरी की है। जो आने वाले समय में भी जारी रहेगी। इन दो वर्षों में अंकेक्षण करवा कर लगातार समय पर लाभांश का वितरण किया गया है। वहीं संस्था में पूर्व में जारी गुरुवार साप्ताहिक अवकाश को समाप्त कर रविवार अवकाश को शुरू किया गया है। वहीं अवकाश दिवस में भी कार्यालय खोलकर 11 से 4 बजे तक राशि जमा कराने की सुविधा प्रदान की गई है। अब ऑनलाइन लिंक एवं क्यूआर कोड के माध्यम से भी राशि जमा की जा रही है। इस दौरान कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन किया गया। जिसमें मंत्री जमनालाल गुर्जर, उपाध्यक्ष महेंद्र नागर, संचालक गायत्री मीणा, दिनेश मीणा, कमल शर्मा, पूनम गौतम, रवि गौतम, शिवराज गोचर समेत कई लोग मौजूद रहे।

संस्था की अभूतपूर्व उपलब्धियां

पिछली कार्यकारिणी की मनमानी के चलते 5 वर्षों तक युवाओं को सदस्यता नहीं दी गई थी, लेकिन नवनिर्वाचित संचालक मंडल ने 23 फरवरी 2023 को कार्यभार संभालते ही नई सदस्यता प्रक्रिया को बहाल किया। परिणामस्वरूप, अब तक 874 नए सदस्य इस संस्था से जुड़ चुके हैं।

संस्था को विरासत में 1374 डिफॉल्टर सदस्य मिले थे, जिनकी कुल बकाया राशि 21 करोड़ रुपये थी। वर्तमान कार्यकारिणी ने ठोस प्रयासों के तहत 10 करोड़ रुपये की सफल वसूली की और अब मात्र 400 सदस्य ही डिफॉल्टर की श्रेणी में शेष हैं। शेष राशि की वसूली की प्रक्रिया जारी है।

वित्तीय सुदृढ़ता और डिजिटल परिवर्तन

  • 5 करोड़ की अतिरिक्त सावधि जमा से संस्था की वित्तीय स्थिति को मजबूत किया गया है।
  • ऋण वितरण को बढ़ाया गया है, जिससे सदस्यों को अधिक सुविधाएं प्राप्त हो सकें।
  • अब ऑनलाइन लिंक व QR कोड के माध्यम से भुगतान की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।

सदस्यों के लिए नई सुविधाएं

संस्था ने गुरुवार साप्ताहिक अवकाश को समाप्त कर रविवार अवकाश लागू किया है। हालांकि, सदस्य सुविधा को ध्यान में रखते हुए रविवार को भी 11 बजे से 4 बजे तक कार्यालय खुला रहेगा, जिससे वे अपनी राशि जमा कर सकें।

भविष्य की योजनाएं

वर्तमान संचालक मंडल ने संस्था को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का संकल्प लिया है। नए निर्णयों और योजनाओं के माध्यम से सहकारी सभा को और अधिक सशक्त बनाया जाएगा, जिससे यह शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के लिए एक मजबूत आर्थिक आधार बन सके।


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