“प्रैक्टिकल में उपस्थित होने के बावजूद परिणाम में अनुपस्थित कैसे?”
कोटा, 10 जून : वर्धमान महावीर कोटा खुला विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित Diploma Yoga in Science (DYS) कोर्स के छात्रों को एक बड़ी निराशा का सामना करना पड़ा है। इस कोर्स के दुसरे बैच के विद्यार्थियों ने 25 से 30 जनवरी तक आयोजित पांच दिवसीय प्रैक्टिकल क्लासों में पूरी ईमानदारी से भाग लिया। लेकिन, 25 मई को विश्वविद्यालय द्वारा जारी किए गए परिणाम में सभी छात्रों को “अनुपस्थित” करार दिया गया, जिससे उनके लिए परीक्षा में असफल होने का संकट खड़ा हो गया।


इस अनुचित और असंगत निर्णय ने विद्यार्थियों और उनके परिवारों में गहरा असंतोष और आक्रोश पैदा कर दिया है। जब इस मुद्दे पर विश्वविद्यालय प्रशासन से बात की गई, तो न केवल कोई उचित समाधान नहीं मिला, बल्कि यह भी कहा गया कि “ज्यादा पूछने पर ज्यादा परेशान होंगे।” यह विश्वविद्यालय प्रशासन की सरासर लापरवाही का जीता-जागता उदाहरण है।
साथ ही, छात्रों ने विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी संदीप हुड्डा सर से भी मुलाकात की, लेकिन वहां से कोई सकारात्मक उत्तर प्राप्त नहीं हुआ। इसके अलावा, 11 दिन पहले पिए सोहनलाल जी शर्मा से भी मुलाकात हुई, जिन्होंने छात्रों को 7 दिन का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई और न ही कोई जवाब आया है।
छात्रों ने उठाए सवाल:
- कैसे एक संस्थान, जो शिक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझता है, वह इस तरह की लापरवाही कर सकता है?
- क्यों छात्रों की मेहनत और उपस्थिति को नजरअंदाज किया जा रहा है?
- क्या यह विश्वविद्यालय की प्रशासनिक विफलता का प्रमाण नहीं है?

छात्रों की अपील: हम, DYS कोर्स के छात्र, विश्वविद्यालय प्रशासन से यह मांग करते हैं कि:
- हमारे प्रैक्टिकल परिणाम को पुनः जांचा जाए और उचित कार्रवाई की जाए।
- हमारे साथ हुई इस अनदेखी के लिए एक स्पष्टीकरण और माफी दी जाए।
- आगे से ऐसी स्थिति को टालने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
यह हमारी मेहनत और भविष्य का सवाल है। हम उम्मीद करते हैं कि विश्वविद्यालय प्रशासन हमारी शिकायतों का सम्मान करेगा और हमें जल्द से जल्द उचित समाधान प्रदान करेगा।