Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 9 जून। खेडली फाटक स्थित चांदमारी बालाजी मंदिर और वहां तक पहुंचने वाले मार्ग पर सेना द्वारा किए जा रहे हस्तक्षेप के खिलाफ रविवार को मंदिर परिसर में एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक में मंदिर समिति अध्यक्ष जगदीश गौतम, श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों ने एक सुर में इस हस्तक्षेप को तत्काल प्रभाव से रोकने की मांग उठाई।
समिति अध्यक्ष जगदीश गौतम ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मंदिर मार्ग से श्रद्धालुओं की आवाजाही में जो बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं, वह अस्वीकार्य हैं। वर्षों से चली आ रही इस समस्या को अब स्थायी समाधान की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मंदिर एक आस्था का केंद्र है, जहां रोजाना सैकड़ों भक्त दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन उन्हें कॉलोनियों से होकर निकलना पड़ता है क्योंकि सेना ने स्टेशन मार्ग से मंदिर की ओर जाने वाले मुख्य रास्ते को वर्षों से बंद कर रखा है।
लोकसभा अध्यक्ष से मिलकर उठाएंगे मुद्दा-
जगदीश गौतम ने कहा कि जल्द ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिलकर इस गंभीर समस्या को उनके समक्ष रखा जाएगा ताकि उच्च स्तर पर समाधान निकल सके। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन और सेना ने शीघ्र कदम नहीं उठाया, तो मंदिर समिति और क्षेत्रवासी आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।
श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें खेडली फाटक के अंदर की तंग गलियों और कॉलोनियों से होकर मंदिर पहुंचना पड़ता है, जिससे खासकर बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों को परेशानी होती है। उनका कहना है कि यह न केवल असुविधा है बल्कि आस्था का भी अपमान है।
बैठक में विभोर मूंदड़ा, जतिन लोधा, सुनील गुप्ता, रमेश चंद्र शर्मा, चंदू, मन मोहन शर्मा, कपिल गौतम सहित कई भक्त उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि श्रद्धालुओं को हो रही असुविधा अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मंदिर मार्ग को सेना से मुक्त कराना समय की मांग है।