Sanjay kumar
कांग्रेस विधायकों का विधानसभा के बाहर धरना, सत्ता पक्ष पर लगाया तानाशाही का आरोप
जयपुर, 25 फरवरी 2025: राजस्थान विधानसभा में जारी गतिरोध के बीच कांग्रेस विधायकों ने सदन की कार्यवाही का बहिष्कार करते हुए विधानसभा के पश्चिमी द्वार पर धरना दिया। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वरिष्ठ नेता सचिन पायलट, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित कांग्रेस के कई विधायक धरने पर बैठे और सरकार के रवैये के खिलाफ नाराजगी जताई।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि विपक्ष सदन को सुचारू रूप से चलाना चाहता है, लेकिन सत्ता पक्ष की हठधर्मिता के कारण गतिरोध खत्म नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल द्वारा दिए गए बयान पूरी तरह से भ्रामक हैं। डोटासरा ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस किसी भी हाल में विधानसभा अध्यक्ष से व्यक्तिगत माफी नहीं मांगेगी, क्योंकि सत्ता पक्ष की आंतरिक गुटबाजी के कारण ही सदन की कार्यवाही बाधित हो रही है।
डोटासरा ने सरकार पर लगाया तानाशाही का आरोप
डोटासरा ने कहा, “हम कांग्रेस के सिपाही हैं, कोई गाजर-मूली नहीं कि कोई भी आकर काट देगा। सत्ता पक्ष अपनी आंतरिक कलह को छिपाने के लिए विपक्ष पर दोष मढ़ रहा है और जनता के मुद्दों से ध्यान भटका रहा है।”
कांग्रेस ने अपनी मांग दोहराते हुए कहा कि जब तक पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले मंत्री के बयान को कार्यवाही से हटाया नहीं जाता और कांग्रेस विधायकों का निलंबन रद्द नहीं किया जाता, तब तक धरना जारी रहेगा।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा:
“हमने गतिरोध खत्म करने के लिए हरसंभव प्रयास किया, लेकिन सरकार सत्ता के नशे में चूर है। अगर हमारे निलंबित विधायकों को सदन में प्रवेश से रोका गया, तो हम विधानसभा के बाहर ही विरोध जारी रखेंगे।”
राजस्थान विधानसभा में चल रहे इस राजनीतिक गतिरोध के कारण सदन की कार्यवाही ठप पड़ी है, जिससे राज्य के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा नहीं हो पा रही है। अब यह देखना होगा कि सरकार और विपक्ष के बीच सहमति कब तक बनती है या यह गतिरोध और लंबा खिंचता है।