प्रमुख संवाद, 01 मार्च।
भाजन-बर्तन त्याग महोत्सव एवं गणधर वलय विधान सम्पन्न
कोटा। वैराग्य और त्याग की अनूठी परंपरा के अंतर्गत आज नैसर्गिक दीक्षा महोत्सव में दीक्षार्थियों ने अपने सांसारिक जीवन का परित्याग कर संयम जीवन की दिशा में कदम बढ़ाया। मुख्य संयोजक यतिश खेडावाला ने बताया कि पुष्पगिरि तीर्थ प्रणेता 108 पुष्पदंत महाराज के आशीर्वाद एवं तपोभूमि प्रणेता आचार्य श्री प्रज्ञासागर जी मुनिराज की दिव्य प्रेरणा से रविवार को दीक्षार्थी मोक्षमार्ग की ओर पहला आधिकारिक कदम रखेंगे।

प्रचार संयोजक जे.के. जैन ने बताया कि आयोजन दो पारियों में सम्पन्न होगा। रविवार प्रात:काल के आयोजन के मुख्य अतिथि कोटा उपभोक्ता होलसेल भंडार के अध्यक्ष हरिकृष्ण बिरला रहेंगे। दोपहर 01 बजे दीक्षा महोत्सव के मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला होंगे। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद सुधांशु त्रिवेदी सहित विधायक एवं महापौर भी उपस्थित रहेंगे।
वैराग्य और त्याग की रस्में
सकल समाज अध्यक्ष विमल जैन नांता ने बताया कि तपोभूमि प्रणेता आचार्य श्री प्रज्ञासागर जी मुनिराज के सानिध्य में ब्रह्मचारी देवेन्द्र भैया जी (सूरत), ब्रह्मचारिणी मीना दीदी (उज्जैन) और ब्रह्मचारिणी प्रेमलता दीदी (इंदौर) का भाजन-बर्तन त्याग महोत्सव शनिवार को प्रात: 09 बजे सम्पन्न हुआ। इस दौरान दीक्षार्थियों ने अपने सांसारिक दैनिक उपयोग की वस्तुओं का त्याग कर संयम जीवन की दिशा में प्रथम कदम रखा।
गुरुदेव ने दीक्षार्थियों को बर्तन त्याग के नियम समझाते हुए बताया कि भविष्य में उन्हें एक ही पात्र से भोजन ग्रहण करना होगा। छुल्लक बनने के बाद उन्हें जिन नियमों का पालन करना है, इस पर भी आचार्य ने विस्तार से प्रकाश डाला। संयोजक लोकेश सीसवाली ने बताया कि दोपहर 2:00 बजे संगीतमय पवित्र गणधर वलय विधान का आयोजन किया गया, जिसमें 400 से अधिक युगल जोड़ियों ने 72 अर्घ्य चढ़ाकर परमेष्ठी का पूजन किया। इस विधान में देश के विभिन्न कोनों से सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।
यह बने पुण्यार्जक
संयोजक जे.के. जैन ने बताया कि शनिवार को दीप प्रज्ज्वलन का सौभाग्य मनोज-नेहा, प्रज्ञम, आशीष जैसवाल परिवार एवं ब्रह्मचारिणी प्रेमलता दीदी के परिजनों को प्राप्त हुआ। ध्वजारोहण का सौभाग्य विमल एवं दीपक नांता परिवार को मिला। शास्त्र विराजमान करने का सौभाग्य निर्मल कुमार, सुधीप कुमार, राजमाला जैन (इंदौर) को प्राप्त हुआ।
इसके अलावा पाद प्रक्षालन कमलादेवी, लोकेश जैन (सीसवाली परिवार) एवं सुशील, सुभाष कासलीवाल परिवार द्वारा किया गया। शांतिधारा का सौभाग्य मदन भाई एवं रूपेन भाई हुमड़ (बड़ौदा) को प्राप्त हुआ।
साथ ही, सौधर्म इंद्र मदन भाई एवं रूपेन भाई हुमड़, इशान इंद्र विनोद टोरडी, कुबेर इंद्र लोकेश सीसवाली, समत इंद्र पारस एवं शोभित दमदमा परिवार, महेन्द्र इंद्र नवीन दौराया परिवार एवं अखण्ड इंद्र विमल जैन वर्द्धमान बने।
इस अवसर पर एडशनल एसपी भगवतसिंह हिंगड़, रामकल्याण मीना, प्रवीण जैन, एड.एसपी कालूराम , समाज अध्यक्ष विमल जैन नांता, कार्याध्यक्ष जे.के. जैन, प्रकाश बज, यतिश खेडावाला, लोकेश जैन, विकास अजमेरा, संयोजक मंडल के सदस्य लोकेश जैन, सुरेश जैन, विकास अजमेरा, पदम बडला, मनोज जैसवाल, राजेश मंगलम, प्रकाश बज एवं निशा वेद, मनोज जैसवाल, विजय दुगेरिया सहित हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे।