Written by : Sanjay kumar
Published : 9 May 2025
S-400 ट्रायंफ एयर डिफेंस सिस्टम: संपूर्ण विवरण
1. क्या है S-400 सिस्टम?
S-400 ‘ट्रायंफ’ (Triumph) रूस द्वारा विकसित एक अत्याधुनिक लंबी दूरी की एयर डिफेंस मिसाइल प्रणाली है, जिसे Almaz-Antey कंपनी ने बनाया है। यह प्रणाली हवाई खतरों जैसे कि दुश्मन के लड़ाकू विमान, ड्रोन, क्रूज़ मिसाइलें, बैलिस्टिक मिसाइलें आदि को बहुत दूर से पहचानकर उन्हें नष्ट करने की क्षमता रखती है।
2. S-400 की प्रमुख विशेषताएं:
- ट्रैकिंग रेंज: 600 किलोमीटर तक के हवाई टारगेट को ट्रैक कर सकता है।
- नष्ट करने की क्षमता: 400 किलोमीटर तक की दूरी से लक्ष्य को भेद सकता है।
- प्रतिक्रिया समय: टारगेट डिटेक्शन के 10 सेकंड के भीतर फायरिंग की जा सकती है।
- एक साथ कितने टारगेट: एक साथ 36 से ज्यादा टारगेट को ट्रैक और 72 मिसाइलें दाग सकता है।
- मल्टी लेयर प्रोटेक्शन: इसमें 4 प्रकार की मिसाइलें होती हैं – 40N6, 48N6, 9M96E2, 9M96E जो विभिन्न रेंज के लिए होती हैं (400 किमी से 40 किमी तक)।
- मॉबाइल यूनिट: यह एक ट्रक पर आधारित मोबाइल सिस्टम है, जिससे इसे किसी भी इलाके में तैनात किया जा सकता है।
3. भारत में S-400 की तैनाती कैसे हो रही है?
- भारत ने 2018 में रूस से 5 S-400 यूनिट्स के लिए लगभग $5.43 बिलियन डॉलर (लगभग ₹40,000 करोड़) का करार किया था।
- पहली S-400 यूनिट 2021 के अंत में भारत को मिल चुकी है, जिसे पश्चिमी सेक्टर (पंजाब) में तैनात किया गया — ताकि पाकिस्तान और चीन दोनों पर निगरानी रखी जा सके।
- बाकी यूनिट्स भी क्रमशः लद्दाख, उत्तराखंड, अरुणाचल और पूर्वोत्तर में तैनात की जा रही हैं।
4. पाकिस्तान की मिसाइल को कैसे नष्ट करता है S-400?
- जैसे ही पाकिस्तान या अन्य शत्रु देश से कोई मिसाइल या फाइटर जेट भारतीय सीमा की ओर आता है, S-400 का रडार (Radar) उसे 600 किमी दूर से पहचान लेता है।
- फिर यह सिस्टम तुरंत उसकी गति, ऊँचाई, दिशा और टारगेट लोकेशन का विश्लेषण करता है।
- इसके बाद S-400 खुद निर्णय लेकर सही प्रकार की मिसाइल (उदाहरण: 48N6DM या 40N6) को दागता है, जो 14 मैक तक की गति से जाकर उस टारगेट को हवा में ही नष्ट कर देती है।
- यह प्रणाली बैलिस्टिक मिसाइलों को भी इंटरसेप्ट करने की क्षमता रखती है, यानी पाकिस्तान की Shaheen और Ghauri जैसी मिसाइलें भी इसके रडार से बच नहीं सकतीं।
5. तकनीकी रूप से S-400 कैसे काम करता है?
- Command Center: जहां से पूरे सिस्टम का नियंत्रण होता है।
- Radar Units: दुश्मन के टारगेट को ट्रैक और लॉक करने के लिए।
- Missile Launchers: मिसाइलों को फायर करने के लिए ट्रक आधारित लांचर।
- Missile Types: अलग-अलग रेंज और टारगेट्स के अनुसार चयन।
- Communication System: यह सभी यूनिट्स को जोड़ता है ताकि रियल टाइम निर्णय लिए जा सकें।
6. भारत के लिए S-400 का रणनीतिक महत्व:
- पाकिस्तान और चीन दोनों से एक साथ दो-फ्रंट युद्ध की स्थिति में यह भारत को एक शक्तिशाली एयर डिफेंस कवच प्रदान करता है।
- दुश्मन के किसी भी हवाई हमले को सीमा पार से ही निष्क्रिय करना संभव हो जाता है।
- यह भारत को ‘No Fly Zone’ बनाने की ताकत देता है, जिससे दुश्मन हवाई क्षेत्र में प्रवेश से पहले ही डर जाएगा।