हाई वोल्टेज करंट से तबाही, दर्जनों मकानों और दुकानों के विद्युत उपकरण फुंके

Written by : प्रमुख संवाद


केईडीएल कार्यालय पर आक्रोशित नागरिकों का प्रदर्शन

कोटा, 14 जून।
रामपुरा स्थित गुलाबबाड़ी क्षेत्र में गुरुवार शाम केईडीएल की लापरवाही के चलते बिजली की लाइनों में अचानक हाई वोल्टेज करंट दौड़ गया, जिससे दर्जनों मकानों व दुकानों के टीवी, फ्रिज, पंखे, एलईडी, कंप्यूटर, यूपीएस, इन्वर्टर सहित तमाम घरेलू और व्यवसायिक विद्युत उपकरण जलकर खराब हो गए। घटना के विरोध में शुक्रवार को क्षेत्रीय नागरिकों ने केईडीएल के कोटड़ी स्थित एईएन कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और नुकसान की भरपाई की मांग की।

प्रदर्शन में शामिल गुलाबबाड़ी निवासी प्रशांत सक्सेना ने बताया कि गुरुवार शाम करीब 6 बजे अचानक तेज आवाज आई और उसके कुछ ही क्षणों में दर्जनों घरों और दुकानों में एक-एक कर विद्युत उपकरण जलने लगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद भी एरिया जेईएन नटवर से एक घंटे तक संपर्क नहीं हो सका। फोन लगातार करने के बावजूद उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। इसके बाद एईएन हेमंत जी से संपर्क करने पर उन्होंने वाहन भेजने की बात कही, लेकिन वह वाहन भी 2 घंटे की देरी से रात 8 बजे पहुंचा, और विद्युत आपूर्ति रात करीब 11 बजे जाकर सुचारू हो सकी।

प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि क्षेत्र में घर-घर सर्वे करवाकर विद्युत उपकरणों के नुकसान की भरपाई की जाए। इस पर एईएन कार्यालय से उपस्थित अधिकारियों ने सभी प्रभावित लोगों से उनके नुकसान की लिखित जानकारी प्रस्तुत करने को कहा और शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।

प्रशांत सक्सेना ने बताया कि उनके घर के टीवी व कंप्यूटर सहित प्रीत डिजिटल स्टूडियो का कंप्यूटर और अन्य उपकरण, देव कलर लेब के ऑनलाइन यूपीएस व स्टेब्लाइजर, शकीला बानो के घरेलू उपकरण, निशा जैन का टीवी और फ्रिज, मनीष जैन का टीवी तथा समता भवन के चौकीदार की एलईडी, पंखा और कूलर सहित दर्जनों मकानों-दुकानों में गंभीर नुकसान हुआ है।


एरिया जेईएन पर फूटा आक्रोश – हटाने की मांग उठी

प्रदर्शन के दौरान स्थानीय लोगों का गुस्सा मुख्य रूप से क्षेत्रीय जेईएन नटवर को लेकर फूटा। नागरिकों ने आरोप लगाया कि जब भी क्षेत्र में कोई विद्युत समस्या होती है, तो जेईएन नटवर न तो कॉल रिसीव करते हैं और न ही मौके पर आते हैं। लोगों ने मांग की कि ऐसे गैरजिम्मेदार अधिकारी को तत्काल हटाया जाए ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही न हो।

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