पुणे में बड़ा हादसा: इंद्रायणी नदी पर बना पुल टूटने से मचा हड़कंप, 3 की मौत, 30 लोगों के बहने की आशंका

Written by : Sanjay kumar


पुणे, 15 जून 2025: महाराष्ट्र के पुणे जिले के मावल तालुका स्थित कुंडमाला क्षेत्र में रविवार दोपहर बड़ा हादसा हो गया। इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना और जर्जर लोहे का पुल अचानक टूट गया, जिससे उस पर खड़े दर्जनों लोग नदी में गिर गए। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हादसे के वक्त पुल पर लगभग 100 लोग मौजूद थे, जिनमें से 25 से 30 लोगों के बहने की आशंका है। अब तक 3 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 38 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है।

घटना दोपहर करीब साढ़े तीन बजे की है। बताया जा रहा है कि रविवार होने के कारण बड़ी संख्या में पर्यटक कुंडमाला में घूमने आए थे। घटना के समय कई लोग पुल पर खड़े थे और कुछ बाइक सवार भी उस पर चढ़ गए थे, जिससे पुल पर अत्यधिक भार पड़ गया और पुल का आधा हिस्सा अचानक ढह गया।

स्थिति पर चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन

घटना की जानकारी मिलते ही पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय के अंतर्गत तलेगांव दाभाड़े पुलिस मौके पर पहुंच गई। राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए मौके पर 10 से 12 एम्बुलेंस तथा एनडीआरएफ की दो टीमें तैनात की गई हैं। प्रशासन की ओर से नदी में बहे लोगों की तलाश के लिए गोताखोरों की मदद ली जा रही है।

हादसे में घायल 6 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

प्रशासन और नेताओं की प्रतिक्रियाएं

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना पर दुख जताया है। फडणवीस ने कहा, “रेस्क्यू ऑपरेशन हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी घायलों को इलाज मुहैया कराया जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, हम हरसंभव सहायता उपलब्ध करा रहे हैं।”

डिप्टी सीएम अजित पवार ने बताया कि, “यह लोहे का जंग लगा हुआ पुल था, जिस पर बाइक सवारों सहित भीड़ चढ़ गई थी। पुल पर भार बढ़ने के कारण यह हादसा हुआ। 8 करोड़ रुपये की लागत से एक नया पुल पहले ही स्वीकृत किया जा चुका है। मैंने जिला कलेक्टर से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।”

एनसीपी की वरिष्ठ नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने भी घटना पर दुख जताते हुए कहा, “मैं सभी लोगों की सुरक्षा की कामना करती हूं और प्रशासन से लगातार संपर्क में हूं। नागरिकों से निवेदन है कि मानसून पर्यटन के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतें और सुरक्षा नियमों का पालन करें।”

घटना से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु:

  • रविवार दोपहर 3:30 बजे हुआ हादसा
  • पुल पर भीड़ के कारण ओवरलोडिंग से ढह गया हिस्सा
  • 3 मौतों की पुष्टि, 30 से अधिक लोगों के बहने की आशंका
  • 38 लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया
  • 6 घायल, जिनकी हालत गंभीर
  • घटनास्थल पर एनडीआरएफ की 2 टीमें, 10+ एम्बुलेंस मौजूद
  • प्रशासन ने विस्तृत जांच और रिपोर्ट के निर्देश दिए

यह पुल पहले से ही जर्जर स्थिति में था और स्थानीय प्रशासन को इसकी स्थिति की जानकारी थी। हादसे ने मानसून से पहले जर्जर बुनियादी ढांचे को लेकर प्रशासनिक लापरवाही पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।


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