Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 13 अगस्त। अब उच्च शिक्षा और रोजगार के अवसर पाने के लिए युवाओं को बड़े शहरों के चक्कर लगाने की ज़रूरत नहीं है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू), नई दिल्ली ने ऐसे नये एवं रोजगारपरक कोर्स शुरू किए हैं, जो सीधे युवाओं के कौशल विकास और स्वरोजगार की दिशा में रास्ता खोलते हैं। कोटा में आयोजित प्रेस वार्ता में इग्नू क्षेत्रीय केंद्र, जयपुर के सहायक निदेशक डॉ. राममूर्ति मीणा ने जानकारी दी कि प्रबंधन, योग एवं हेल्थ साइंस, नर्सिंग, सूचना प्रौद्योगिकी, कंप्यूटर एप्लीकेशन, फैशन डिजाइनिंग, फूड प्रोसेसिंग, होटल मैनेजमेंट, आर्ट एंड क्राफ्ट और लाइब्रेरी मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में डिग्री, डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स संचालित किए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप इन पाठ्यक्रमों में लचीलेपन और नवाचार को प्राथमिकता दी गई है। ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों के युवाओं, महिलाओं, कैदियों और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को मुख्यधारा में लाने पर विशेष फोकस है। राजस्थान सरकार के सहयोग से महिलाओं के लिए शिक्षा शुल्क में पूर्ण छूट उपलब्ध है। प्रवेश प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है और ई-मित्र केंद्रों के माध्यम से भी आवेदन किया जा सकता है।
इग्नू कोटा केंद्र के कोऑर्डिनेटर डॉ. राजकुमार गर्ग ने बताया कि इग्नू के कोर्स न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मान्यता प्राप्त हैं। ग्रामीण स्तर पर पहुंच बनाने के लिए ग्राम पंचायतों, सरपंचों और स्थानीय युवाओं के सहयोग से डोर-टू-डोर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह पहल सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में रोजगार के रास्ते खोलने के साथ-साथ युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक है।
राज्य सरकार की पी.एस.टी. योजना के तहत इग्नू विद्यार्थियों को 50% शुल्क छूट का लाभ मिलता है, वहीं अन्य सरकारी योजनाओं के माध्यम से भी आर्थिक मदद उपलब्ध कराई जाती है।
डॉ. मीणा ने कहा कि समय-समय पर आयोजित कार्यशालाएं, प्रशिक्षण सत्र और करियर गाइडेंस कार्यक्रम युवाओं को उद्योग की बदलती मांगों के अनुरूप तैयार करते हैं। “इग्नू की यह पहल गाँव से शहर तक हर युवा के लिए अवसरों के नए द्वार खोल रही है,” उन्होंने कहा।
