Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 11 मई।
अग्रवाल वैष्णव मोमियां पंचायत द्वारा रविवार को विष्णु भगवान के चतुर्थ अवतार भगवान श्री नृसिंह की जयन्ती का भव्य समारोह गाँधी चौक में मनाया गया। संस्था के प्रवक्ता संजय गोयल ने बताया कि भगवान नृसिंह के स्वरूप द्वारा हिरण्य कश्यप के 25 फीट के पुतले का वध किया गया। भक्त प्रह्लाद द्वारा हाथ जोड़ने पर भगवान नरसिंह के स्वरूप का गुस्सा शांत हुआ। सम्पूर्ण क्षेत्र जयकारों से गूंज उठा।
राम दरबार व शिवजी की झांकी भी बनी
संस्था के अध्यक्ष चेतन मित्तल गोंदवाले व महामंत्री महेंद्र मित्तल मठवाले ने बताया कि राम दरबार व शिवजी, हनुमान व भक्त प्रह्लाद की झांकी सजी। महाआरती की गई तथा बाद में ठंडाई व प्रसाद वितरण हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि
भाजपा कोटा के महामंत्री जगदीश जिन्दल, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन कोटा के चेयरमेन रामगोपाल अग्रवाल, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष हेमराज जिन्दल, जिला अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंघल, महामंत्री रमेश गोयल, ट्रस्टी सोहनलाल गुप्ता, सुरेन्द्र गोयल विचित्र रहे। इस दौरान अतिथियों ने कहा कि भगवान नृसिंह शक्ति व पराक्रम के देवता माने जाते हैं। श्री हरि विष्णु के उग्र और शक्तिशाली अवतार कहे जाते हैं। उन्होंने भगवान नरसिंह से देश की खुशहाली की प्रार्थना की।
सचिव महेंद्र मित्तल के अनुसार यह परम्परा पिछले 127 वर्षों से चली आ रही है। भगवान नृसिंह स्वरूप द्वारा हिरण्यकश्यप के पुतले का वध किया गया। लोग पुतले के कागज व लकडियाँ अपने घरों में ले गए। मान्यता है कि घर के बाहर लगाते हैं। जिससे साल भर कोई परेशानी न हो। इसके बाद कईं माताएं अपने छोटे छोटे बच्चों को भगवान के गोद में दिया व आशीर्वाद लिया। मान्यता है कि जिससे बच्चे रात को डरते नही है और बीमारियों से दूर रहते हैं।
महिला अध्यक्ष शिखा मित्तल व सचिव सुनीता गोयल ने कहा कि हिरण्यकश्यप को वरदान प्राप्त था कि उसे नर व पशु नहीं मार सकता ना अस्त्र से न शस्त्र से इसलिए भगवान विष्णु ने धरती को पाप से मुक्त करने के लिए श्री नरसिंह भगवान का रूप धारण कर उसका वध किया। इस दिन पूजा अर्चना करने से पापों से मुक्ति मिलती है।
इस अबसर पर संस्था सुरेंद्र गोयल विचित्र, सोहनलाल गुप्ता, परमानन्द गर्ग, दिनेश गर्ग, महेन्द्र मित्तल अगरबत्ती वाले, गिर्राज मित्तल, महिला मंडल की संरक्षिका सावित्री गुप्ता, अध्यक्ष शिखा मित्तल, सचिव सुनीता गोयल, राधेश्याम गर्ग, दीनदयाल अग्रवाल, ब्रजकिशोर गोयल, रवींद्र कुमार गुप्ता, नरेन्द्र कुमार मित्तल, नन्द किशोर गर्ग, अजय गुप्ता, मधु मित्तल, विष्णु गोयल, नरेंद्र गोयल, देवांग गोयल, टीकम खांडवाले उपस्थित थे।