Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 11 मई — मुकुंदरा विहार स्थित हरे कृष्ण मंदिर में रविवार को भगवान नृसिंह देव की जयंती के पावन अवसर पर भव्य नृसिंह यज्ञ का आयोजन किया गया। इस विशेष दिन को भक्तों ने बड़े श्रद्धा भाव से मनाया, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।


सुबह से ही मंदिर परिसर भक्तिरस में डूबा नजर आया। वैदिक मंत्रोच्चार और नृसिंह महामंत्र के उच्चारण के साथ यज्ञ की शुरुआत हुई। यज्ञ में आहुति अर्पण कर भक्तों ने भगवान नृसिंहदेव से सभी विघ्नों से मुक्ति और अपने जीवन में भक्ति मार्ग की निरंतरता की प्रार्थना की। इस अवसर पर प्रह्लाद भक्त की अद्भुत भक्ति और भगवान नृसिंह द्वारा उसकी रक्षा की कथा सुनाई गई, जिससे श्रद्धालु भावविभोर हो उठे।
नृसिंह जयंती को लेकर मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया था। भक्तों के लिए भक्ति गीतों और कीर्तन की भी व्यवस्था की गई। यज्ञ के पश्चात भगवान श्री श्री गौर-निताई की भव्य पालकी यात्रा निकाली गई। पूरे मंदिर परिसर में “हरे कृष्ण हरे राम” के संकीर्तन से वातावरण भक्तिमय हो गया।
हरिनाम संकीर्तन के दौरान श्रद्धालु नाचते-गाते हुए भगवान के नाम का गुणगान करते रहे। यह आयोजन भक्तों के लिए आत्मिक शांति और भक्ति की ऊर्जा से परिपूर्ण रहा।
अंत में महाआरती का आयोजन हुआ, जिसमें सभी भक्तों ने दीप प्रज्वलित कर भगवान को नमन किया। आरती के पश्चात सभी श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसादम वितरित किया गया, जिसे श्रद्धा से ग्रहण किया गया।
हरे कृष्ण मंदिर कोटा के सेवकों ने बताया कि भगवान नृसिंहदेव की उपासना विशेष रूप से रक्षक स्वरूप में की जाती है। यह पर्व यह संदेश देता है कि सच्ची भक्ति और आस्था रखने वालों की रक्षा स्वयं भगवान करते हैं, चाहे संकट कितना भी बड़ा क्यों न हो।
इस अवसर पर कोटा के विभिन्न हिस्सों से भक्तगण पहुंचे और पूरे आयोजन को एक दिव्य उत्सव का रूप दे दिया। मंदिर प्रबंधन ने सभी भक्तों को सहयोग और सहभागिता के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।