Written by : Sanjay kumar
नई दिल्ली, 12 मई 2025:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्र को संबोधित करते हुए पाकिस्तान को दो-टूक शब्दों में कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अब भारत की नीति पूरी तरह स्पष्ट है—पाकिस्तान से कोई भी बातचीत सिर्फ दो मुद्दों पर होगी: आतंकवाद और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK)।
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज का भारत आतंकवादियों को उनके अड्डों में घुसकर मारता है और आगे भी मारेगा। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी समाप्त नहीं हुआ है। हमारी कार्रवाई जारी रहेगी।”
टेरर और टॉक साथ-साथ नहीं हो सकते
प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि अब “टेरर और टॉक” यानी आतंकवाद और वार्ता एक साथ नहीं चल सकते।
उन्होंने कहा, “हम पाकिस्तान से किसी भी प्रकार की बातचीत तब तक नहीं करेंगे, जब तक वह आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता। अब भारत सिर्फ आतंकवाद और पीओके के मुद्दों पर ही संवाद करेगा।”
भारत न्यूक्लियर ब्लैकमेल स्वीकार नहीं करेगा
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान द्वारा अप्रत्यक्ष परमाणु धमकी देने की कोशिशों को खारिज करते हुए कहा, “भारत किसी भी तरह की न्यूक्लियर ब्लैकमेल को सहन नहीं करेगा। हमारी तीनों सेनाएं—थल, वायु और नौसेना—पूरी तरह सतर्क हैं और हर परिस्थिति के लिए तैयार हैं।”
पाकिस्तान ने DGMO को फोन कर मांगी राहत
प्रधानमंत्री मोदी ने खुलासा किया कि 10 मई (शनिवार) को पाकिस्तान ने भारतीय डीजीएमओ को कॉल कर कहा कि वे आगे किसी भी प्रकार की आतंकी गतिविधि या सैन्य दुस्साहस से बचेंगे।
इससे पहले भारत ने पाकिस्तान में मौजूद कई आतंकी अड्डों को ध्वस्त कर दिया था, जिसके बाद पाकिस्तान की ओर से यह पहल की गई।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत सेना को खुली छूट
प्रधानमंत्री ने कहा, “हमारी सेना को आतंकवादियों को मिटाने की पूरी छूट दी गई है। ऑपरेशन सिंदूर के तहत सेना ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी ठिकानों पर सटीक और निर्णायक हमले किए हैं।”
उन्होंने बताया कि 6 मई की रात से 7 मई की सुबह के बीच हुए इन अभियानों को पूरी दुनिया ने देखा और सराहा है।
‘सिंदूर’ की रक्षा का संकल्प – प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी ने भावुक शब्दों में कहा, “अब हर आतंकी संगठन जानता है कि हमारी बहनों और बेटियों के सिंदूर से खेलने का अंजाम क्या होता है। भारत अब चुप नहीं बैठेगा, बल्कि हर हमले का जवाब अपनी शर्तों पर देगा।”
यह युग युद्ध का नहीं, लेकिन आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का है
प्रधानमंत्री ने कहा, “यह युग युद्ध का नहीं है, लेकिन आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का अवश्य है। पाकिस्तान की सरकार और सेना जिस प्रकार आतंकियों को समर्थन दे रही हैं, वह एक दिन उसी को विनाश की ओर ले जाएगी।”
निष्कर्ष:
भारत अब अपने रुख को लेकर पूरी तरह स्पष्ट और सक्रिय है। आतंकवाद के प्रति ‘शून्य सहिष्णुता’ की नीति को अपनाते हुए भारत ने यह साबित कर दिया है कि वह शांति का पक्षधर है, लेकिन आत्मरक्षा में संकोच नहीं करेगा।
ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत ने न केवल जवाब दिया है, बल्कि यह भी बताया है कि अब आतंक को पनाह देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।