Written by : Sanjay kumar
कोटा, 28 मई।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर की वर्ष 2025 की 10वीं (माध्यमिक), 10वीं व्यावसायिक और प्रवेशिका परीक्षाओं के परिणाम बुधवार को शिक्षा एवं पंचायत राज मंत्री मदन दिलावर ने कोटा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से घोषित किए। इस बार का कुल परीक्षा परिणाम 93.60 प्रतिशत रहा, जो बोर्ड इतिहास का अब तक का सर्वाधिक और रिकॉर्ड परिणाम है।
प्रमुख आंकड़े:
माध्यमिक एवं व्यावसायिक परीक्षा 2025
- कुल पंजीकृत परीक्षार्थी: 10,94,186
- परीक्षा में सम्मिलित: 10,71,460
- कुल परिणाम: 93.60%
- छात्र: 93.16%
- छात्राएं: 94.08%
- प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण:
- छात्र: 2,69,141
- छात्राएं: 2,77,229
प्रवेशिका परीक्षा 2025
- कुल पंजीकृत परीक्षार्थी: 7,316
- परीक्षा में सम्मिलित: 7,099
- कुल परिणाम: 83.67%
- छात्र: 82.01%
- छात्राएं: 85.03%
- प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण:
- छात्र: 643
- छात्राएं: 974
शिक्षा मंत्री ने बताई सफलता की वजह
मदन दिलावर ने कहा कि राज्य की शिक्षा प्रणाली में निरंतर सुधार, तकनीकी नवाचार, विद्यालयों में अनुशासन और शिक्षकों की मेहनत ने इस ऐतिहासिक परिणाम को संभव बनाया है। उन्होंने उच्च अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी और जिनका प्रदर्शन अपेक्षा से कम रहा, उन्हें हौसला बनाए रखने का संदेश दिया।
प्रमुख सुधार व नीतिगत बदलाव:
- कक्षा में मोबाइल पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया गया, जिससे पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ी।
- सत्रांक (इंटरनल असेसमेंट) को प्रभावी बनाने के लिए यह सुनिश्चित किया गया कि विद्यार्थी न्यूनतम अंकों को अवश्य प्राप्त करें, अन्यथा संबंधित शिक्षक की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
- शिक्षकों की डीपीसी प्रक्रिया को गति दी गई और हाल ही में 35,000 शिक्षकों को पदोन्नत किया गया, जिससे उनका मनोबल बढ़ा।
- जल्द ही 21,000 और पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।
परिणाम जारी करने की ऐतिहासिक प्रक्रिया:
पहली बार माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का परीक्षा परिणाम कोटा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए घोषित किया गया। इस दौरान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष महेशचंद शर्मा सहित अन्य अधिकारी वीसी के माध्यम से जुड़े रहे।
कोटा स्थित वीसी कक्ष में एडीएम सिटी कृष्णा शुक्ला, शिक्षा मंत्री के ओएसडी सतीश गुप्ता, सीडीईओ योगेश पारीक, डीईओ सैकंडरी के.के. शर्मा समेत शिक्षा विभाग के कई अधिकारी उपस्थित रहे।
अंत में मदन दिलावर ने शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और प्रदेशभर के शिक्षकों को इस ऐतिहासिक परिणाम के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता राज्य की शिक्षा में चल रहे सकारात्मक बदलावों की पुष्टि है।