राजस्थान निकाय चुनाव में बड़ा बदलाव: जयपुर, जोधपुर और कोटा में अब एक ही मेयर; कांग्रेस के फैसले को पलटा

Written by : Sanjay kumar


जयपुर, 17 जून।
राजस्थान में निकाय चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। अब जयपुर, जोधपुर और कोटा जैसे प्रमुख शहरों में दो अलग-अलग नगर निगमों के स्थान पर केवल एक ही मेयर का चुनाव होगा। यह फैसला पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय लिए गए विभाजन के निर्णय को पलटता है। भाजपा सरकार का कहना है कि यह कदम “एक राज्य, एक चुनाव” की भावना के अनुरूप है।

मंत्री झाबर सिंह खर्रा का कांग्रेस पर तीखा हमला
नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन विभाग के मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर तीखा प्रहार करते हुए कहा,

“डोटासरा की बातों में दंभ और अभिमान झलक रहा है। ऐसा दंभ न रावण का रहा, न कंस का। वो समय चला गया जब कोई दंभ में आकर उल्टा-सीधा करवा सकता था।”

बीजेपी ने सुधारी कांग्रेस की गलती: झाबर सिंह
मंत्री ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति के चलते तीनों महानगरों के नगर निगमों को विभाजित किया था, जिससे प्रशासनिक कार्यों में अनावश्यक जटिलताएं उत्पन्न हुईं।

“हमने इस गलती को सुधारा है और तीनों शहरों में अब एक ही निगम का चुनाव होगा। यदि डोटासरा को इस निर्णय से कोई परेशानी है, तो उन्हें किसी अच्छे डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।”

नवंबर-दिसंबर में हो सकते हैं निकाय चुनाव
मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार जुलाई तक सभी आवश्यक प्रशासनिक कार्य पूरे कर लेगी और अगस्त में राज्य निर्वाचन आयोग को मतदाता सूची तैयार करने का अनुरोध भेजा जाएगा। यदि सब कुछ समय पर होता है, तो नवंबर-दिसंबर 2025 में निकाय चुनाव संभव हैं।

फोन टैपिंग पर भी कांग्रेस पर वार
फोन टैपिंग के मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर मंत्री खर्रा ने कहा कि कांग्रेस शासन में एक वरिष्ठ अधिकारी ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया था कि तत्कालीन मुख्यमंत्री ने खुद उन्हें फोन टैपिंग की रिकॉर्डिंग दी थी, जो आगे मीडिया को दी गई।

“हमारी सरकार में इस प्रकार की गैरकानूनी गतिविधियां नहीं होती हैं,” मंत्री ने कहा।


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!