राज्यपाल ने किया आरटीयू के नवनिर्मित प्रवेश द्वार का लोकार्पण, शिक्षा को बताया बौद्धिक विकास का माध्यम

Written by : प्रमुख संवाद

कोटा, 19 जून।
राज्यपाल एवं राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (आरटीयू) के कुलाधिपति श्री हरिभाऊ बागडे ने आज विश्वविद्यालय के नवनिर्मित मुख्य प्रवेश द्वार का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल डिग्री प्रदान करना नहीं, बल्कि व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता को बढ़ाना होना चाहिए।

राज्यपाल ने गुरुकुल परंपरा की चर्चा करते हुए कहा कि प्राचीन समय में अभ्यास आधारित व्यावहारिक शिक्षा दी जाती थी, जिससे तकनीकी दक्षता विकसित होती थी। उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा समाज में व्यक्ति को उच्चतम स्तर तक ले जाने का मार्ग प्रशस्त करती है।

उन्होंने सभी शिक्षण संस्थानों में खेल मैदान को अनिवार्य बताते हुए विद्यार्थियों के शारीरिक विकास पर भी बल दिया और कहा कि नई शिक्षा नीति इसी संतुलित विकास को आधार बनाकर तैयार की गई है।

आरटीयू के कुलपति प्रो. एस.के. सिंह ने बताया कि यह भव्य प्रवेश द्वार धौलपुर के लाल पत्थरों से बना है, जो पारंपरिक वास्तुकला और आधुनिकता का प्रतीक है। लोकार्पण के पश्चात राज्यपाल ने परिसर में पौधारोपण भी किया।

इस अवसर पर कोटा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.पी. सारस्वत, संभागीय आयुक्त राजेन्द्र सिंह शेखावत, जिला कलेक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी, एसपी शहर डॉ. अमृता दुहन सहित अनेक अधिकारी एवं विश्वविद्यालय के स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।

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