Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 24 जून।
आपातकाल लोकतंत्र पर हमला था, कांग्रेस को इतिहास से सबक लेना चाहिए – राजेन्द्र राठौड़
भारतीय जनता पार्टी, शहर जिला कोटा द्वारा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी बलिदान दिवस एवं आपातकाल की 50वीं बरसी के अवसर पर एलन सत्यार्थ भवन, जवाहर नगर, कोटा में वृहद जिला स्तरीय संयुक्त कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ एवं राजस्थान सरकार के स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत पहलगांव आतंकी हमले में शहीद जवानों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए की गई। इसके पश्चात लोकतंत्र रक्षक आपातकाल सेनानियों का अभिनंदन किया गया। मोदी जी के आह्वान पर ‘एक पौधा माँ के नाम’ अभियान के अंतर्गत उपस्थित सेनानियों को पौधा, भाजपा दुपट्टा, माल्यार्पण व श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया और विकसित भारत 2047 का संकल्प लिया गया।
राजेन्द्र राठौड़ ने अपने संबोधन में कहा कि 25 जून 1975 को लगाया गया आपातकाल भारतीय लोकतंत्र पर काला धब्बा है, जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता। प्रधानमंत्री मोदी ने इसी दिन को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में स्मरण करने का निर्णय इसीलिए लिया है ताकि आने वाली पीढ़ियां तानाशाही के दुष्परिणामों को समझ सकें।
उन्होंने कहा कि कोटा शहर आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा में संघर्ष करने वाले सेनानियों का केंद्र रहा है।
राठौड़ ने कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि नागरिक अधिकारों का दमन, मीडिया सेंसरशिप और मनमाने ढंग से गिरफ्तारियां कांग्रेस के माथे पर ऐसा कलंक है जो कभी मिट नहीं सकता।
मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि इंदिरा गांधी का चुनाव निरस्त होने के बाद पूरी न्यायिक प्रक्रिया को कुचलते हुए आपातकाल लगाया गया। 40,000 से अधिक लोगों को बिना कारण जेल में डाला गया। आज जो लोग संविधान की बात करते हैं, वही लोग उस समय लोकतंत्र की हत्या के जिम्मेदार थे। भाजपा की जड़ें इन सेनानियों के संघर्ष और बलिदान से सींची गई हैं।
कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि आपातकाल में विचार, कलम और विरोध को कालकोठरी में डाल दिया गया था।
लाडपुरा विधायक कल्पना देवी ने कहा कि डॉ. मुखर्जी के बलिदान को मोदी जी ने सार्थक किया है और नई पीढ़ी को आपातकाल के उस काले दौर से अवगत कराना आवश्यक है।
कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष मोतीलाल मीणा, प्रदेश मंत्री अनुसुईया गोस्वामी, पूर्व विधायक चंदकांता मेधवाल, बलिदान दिवस संयोजक कृष्ण कुमार सोनी, भाजपा शहर जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा जैन आपातकाल संयोजक हेमंत कृष्ण विजयवर्गीय, विवेक राजवंशी, सुनिता व्यास, गोपालराम मण्डा, गोविंद शर्मा, पंकज मेहता, रितेश चित्तौड़ा के साथ भाजपा के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।