Written by : Sanjay kumar
भारत विरोधी साजिश रचने वाले खालिस्तान समर्थक अपराधी अब अमेरिका में कर रहे थे ऑपरेट; एनआईए और एफबीआई की संयुक्त कार्रवाई में हुआ बड़ा खुलासा
नई दिल्ली 13 जुलाई : कनाडा के बाद अब अमेरिका भारत विरोधी खालिस्तानी नेटवर्क का नया ठिकाना बनता जा रहा है। हाल ही में अमेरिका की खुफिया एजेंसी एफबीआई (Federal Bureau of Investigation) ने भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के अनुरोध पर भारतीय मूल के 8 खालिस्तानी गैंगस्टर्स को गिरफ्तार किया है। ये सभी गैंगस्टर्स भारत में हिंसक घटनाओं, जबरन वसूली, हत्या, और आतंकी फंडिंग जैसे मामलों में एनआईए की हिट लिस्ट में शामिल थे।
अमेरिका में सक्रिय हो रहे खालिस्तानी नेटवर्क
एनआईए के सूत्रों के अनुसार, ये सभी अपराधी भारत में साजिशों की कमान अमेरिका से संभाल रहे थे। इनके जरिए ड्रग्स तस्करी, हवाला फंडिंग, और खालिस्तानी प्रोपेगैंडा को बढ़ावा दिया जा रहा था। खुफिया इनपुट्स के आधार पर एनआईए ने अमेरिका स्थित जांच एजेंसियों से संपर्क कर इनकी लोकेशन साझा की थी। इसके बाद एफबीआई ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी को हिरासत में ले लिया।
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कैसे हुई कार्रवाई?
- एनआईए ने भारत में दर्ज मामलों और इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर अमेरिकी एजेंसियों को विशिष्ट जानकारियां उपलब्ध करवाई थीं।
- एफबीआई ने साइबर मॉनिटरिंग, इंटरसेप्टेड कॉल्स और फिजिकल सर्विलांस की मदद से इनकी उपस्थिति की पुष्टि की।
- एक गुप्त ऑपरेशन में इन सभी 8 आरोपियों को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया गया।
एफबीआई द्वारा पकड़े गए 8 खालिस्तानी अपराधियों की सूची:
- दिलप्रीत सिंह
- अर्षप्रीत सिंह
- अमृतपाल सिंह
- विशाल
- पवित्र सिंह बटाला
- गुरताज सिंह
- मनप्रीत रंधावा
- सरबजीत सिंह
इन सभी के खिलाफ भारत में गैरकानूनी गतिविधियों (UAPA), हत्या, धमकी, फंडिंग और आतंकी नेटवर्क से संबंध जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं।
पवित्र सिंह बटाला: भारत का मोस्ट वांटेड
पवित्र सिंह बटाला, एनआईए की रेड लिस्ट में शामिल सबसे खतरनाक अपराधी माना जाता है। वह खालिस्तानी आतंकी लखबीर सिंह लांडा का करीबी सहयोगी है, जो बब्बर खालसा इंटरनेशनल से भी जुड़ा हुआ है। पवित्र सिंह पर देश विरोधी साजिशें, फंडिंग, हथियारों की तस्करी और हिंसा भड़काने के कई आरोप हैं।
अब भारत सरकार उसके प्रत्यर्पण (extradition) के लिए अमेरिका से आधिकारिक संवाद स्थापित करने की प्रक्रिया में है।
बरामद हथियार और दस्तावेज
एफबीआई ने आरोपियों के ठिकानों से निम्नलिखित बरामदगी की है:
- 5 ऑटोमैटिक हथियार
- 1 असॉल्ट राइफल,
- मैगज़ीन और कारतूस की भारी मात्रा
- भारत विरोधी साहित्य, डिजिटल डाटा और वित्तीय दस्तावेज
सभी सबूत एफबीआई की कस्टडी में हैं, और भारत की एजेंसियां इनके विश्लेषण हेतु संपर्क में हैं।
भारत-अमेरिका एजेंसियों का बढ़ता सहयोग
यह ऑपरेशन भारत और अमेरिका के बीच उभरते खुफिया सहयोग का बड़ा उदाहरण है।
- एनआईए ने FBI और US Homeland Security के साथ मिलकर कई महीनों की मॉनिटरिंग की थी।
- भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार कार्यालय (NSA) ने भी इस मामले में रणनीतिक समन्वय किया।
इस गिरफ्तारी के बाद खालिस्तानी नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है। यह मामला स्पष्ट करता है कि भारत अब वैश्विक स्तर पर आतंकी गतिविधियों के खिलाफ निर्णायक और प्रभावशाली रणनीति अपना रहा है।