Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 31 जुलाई।
शुद्धाद्वैत प्रथम पीठ श्री बड़े मथुराधीश मंदिर पर शुक्रवार से जन्माष्टमी की बधाई बैठेगी। इस दौरान प्रभु के सन्मुख बधाई कीर्तन गाए जाएंगे। हिंडोरा मनोरथ के तहत् गुरूवार को साग सब्जियों का हिंडोला तैयार किया गया। जिसके दर्शन के लिए वैष्णव उमड़ते रहे।
प्रथम पीठ युवराज गोस्वामी मिलन कुमार बावा ने बताया कि पुष्टिमार्ग मे जन्माष्टमी उत्सव की एक मास पूर्व से बधाई बैठती है। जन्माष्टमी महामहोत्सव के कारण यशोदाजी और रोहिणीजी के भाव से 15-15 दिन की बधाई दी जाती है। श्रावण शुक्ल अष्टमी से जन्माष्टमी तक नित्य बधाई गई जाएगी। बल्लभ संप्रदाय में मान्यता है कि प्रभु के प्राकट्य की शुभ घड़ी करीब मानकर बालक श्रीकृष्ण के स्वागत की तैयारी बधाई गाने के साथ शुरू कर दी जाती है। इस दौरान श्रीजी में बालभाव के कीर्तन गाए जाते हैं और बालभाव के कीर्तन धराए जाते हैं।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को मंगला के दर्शन समय सुबह 6:30 बजे, ग्वाल 9.15 बजे, राजभोग के दर्शन सुबह 10:45 से सेवानुकल तथा उत्थापन के दर्शन सायं 4 बजे से होंगे। वहीं शुक्रवार से हिंडोला के दर्शन शाम 6:30 बजे से सेवानुकल समय में होंगे।
