Written by : Sanjay kumar
नई दिल्ली, 5 अगस्त 2025 — भारत की अग्रणी फिनटेक कंपनी Paytm की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड से चीन के उद्योगपति जैक मा की कंपनी एंट फाइनेंशियल ने पूरी तरह से बाहर निकलने की घोषणा कर दी है। एंट फाइनेंशियल ने अपनी शेष 5.84% हिस्सेदारी, यानी 3.73 करोड़ शेयर, करीब 3,803 करोड़ रुपये में बेच दिए हैं।
यह सौदा एंट ग्रुप की सहयोगी कंपनी एंटफिन (नीदरलैंड्स) होल्डिंग बीवी के माध्यम से पूरा किया गया। एंट ग्रुप को पूर्व में एंट फाइनेंशियल के नाम से जाना जाता था और यह अलीबाबा ग्रुप की सहयोगी कंपनी है।
यह खबर देखें 👇
📉 स्टॉक में गिरावट, शेयर 2% टूटा
हिस्सेदारी बिक्री की खबर के बाद मंगलवार को Paytm का शेयर 2% गिरकर 1,056.30 रुपये पर बंद हुआ। बिक्री मूल्य 1,020 रुपये प्रति शेयर रखा गया, जो कि सोमवार के बंद भाव से 5.4% कम है।
इस सौदे में गोल्डमैन सैक्स इंडिया सिक्योरिटीज और सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया ने निर्गम प्रबंधन की भूमिका निभाई।
👤 अब सबसे बड़े शेयरधारक विजय शेखर शर्मा
इस लेनदेन के बाद, Paytm के संस्थापक विजय शेखर शर्मा और उनके परिवार की विदेशी निवेश इकाई ‘Resilient Asset Management B.V.’ के पास कंपनी की 19.31% हिस्सेदारी है। इससे वे अब वन97 कम्युनिकेशंस के सबसे बड़े शेयरधारक बन गए हैं।
वहीं, हांगकांग स्थित प्राइवेट इक्विटी फर्म ‘SAIF Partners’ के पास भी अपने दो सहयोगियों के माध्यम से जून 2025 तक 15.34% हिस्सेदारी रही है।
🏦 एंट ग्रुप की दूसरी बड़ी डील भी हुई थी मई में
इससे पहले मई 2025 में एंट ग्रुप ने पेटीएम में अपनी 4% हिस्सेदारी (लगभग 2.55 करोड़ शेयर) 2,103 करोड़ रुपये में बेची थी। इस प्रकार, जैक मा के नेतृत्व वाला यह चीनी समूह अब Paytm से पूरी तरह से बाहर हो चुका है।
💹 वित्तीय रिपोर्ट: कंपनी पहली बार मुनाफे में
वन97 कम्युनिकेशंस ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 122.5 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो कंपनी के लिए एक ऐतिहासिक मोड़ है।
- पिछले वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 840 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था।
- इस तिमाही में कंपनी का एकीकृत राजस्व 28% बढ़कर 1,917.5 करोड़ रुपये पहुंचा, जबकि पिछले साल यह 1,501.6 करोड़ रुपये था।
📊 निवेश की पूरी तस्वीर
2015 से अब तक, अलीबाबा ग्रुप और एंट फाइनेंशियल ने पेटीएम में लगभग 85.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश किया था। 2021 में पेटीएम की लिस्टिंग के बाद से अलीबाबा व एंट ग्रुप ने धीरे-धीरे अपनी हिस्सेदारी घटानी शुरू कर दी थी।
2023 तक अलीबाबा ने पेटीएम में अपनी सारी हिस्सेदारी बेच दी थी, और अब 2025 में एंट ग्रुप ने भी पूरी तरह बाहर निकलने का फैसला लिया है।
📌 निष्कर्ष
Paytm में चीनी निवेशकों के युग का अंत हो चुका है। विजय शेखर शर्मा की अगुवाई में अब Paytm पूरी तरह से भारतीय नेतृत्व में आ चुका है। कंपनी का मुनाफे में आना, और विदेशी निवेशकों की एग्ज़िट — दोनों संकेत करते हैं कि Paytm अब पुनः आत्मनिर्भर, मजबूत और मुनाफे की राह पर है।
