Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 14 अगस्त।
79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर कोटा शहर में देशभक्ति की अद्वितीय मिसाल पेश करते हुए विशाल तिरंगा रैली का आयोजन किया गया। पीसीसी सचिव शिवकांत नन्दवाना के नेतृत्व में आयोजित ‘मां तुझे सलाम’ कार्यक्रम में हजारों नागरिकों ने हाथों में तिरंगा थामकर क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व स्वायत्त शासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने हरी झंडी दिखाकर किया और रैली में पूरे समय साथ रहे। रैली की शुरुआत कांग्रेस कार्यालय से हुई, जो सब्जीमंडी, चार खंभा चौराहा सहित विभिन्न मार्गों से होती हुई सम्पन्न हुई।
रैली में सबसे आगे भारत माता की भव्य झांकी सुसज्जित रथ पर विराजमान थी, जो शेर की सवारी करते हुए प्रतीत हो रही थी। महिलाओं ने मंगलगीत गाकर और आरती उतारकर भारत माता का स्वागत किया। मार्ग में जगह-जगह स्वागत द्वार बनाए गए और पुष्पवर्षा से प्रतिभागियों का अभिनंदन किया गया।
देशभक्ति नारों—“वंदे मातरम्” और “भारत माता की जय”—से गूंजते माहौल में अखाड़ों द्वारा मार्शल आर्ट और पिरामिड पर तिरंगा फहराने के प्रदर्शन ने उत्साह बढ़ाया। महापुरुषों की झांकियां, सहरिया लोक नृत्य, नवलगढ़ की कच्छी घोड़ी, मध्यप्रदेश के मशक बैंड की मधुर धुनें और डीजे पर बजते देशभक्ति गीतों ने पूरे कार्यक्रम को राष्ट्रीय रंग में रंग दिया। रैली में हजारों की संख्या में पैदल मार्च करने वाले, वाहन रैली में शामिल लोग और दर्शकों का उत्साह देखते ही बन रहा था।
समापन पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए शांति कुमार धारीवाल ने कहा कि आजादी की लड़ाई में कांग्रेस के योगदान को देश कभी भुला नहीं सकता। कांग्रेस नेताओं के बलिदान के कारण ही आज हम स्वतंत्र वातावरण में सांस ले रहे हैं और इसे नकारने के प्रयासों को नाकाम करना होगा।
शिवकांत नन्दवाना ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में चंद्रशेखर आजाद और अशफाक उल्लाह खान जैसे वीरों का योगदान अविस्मरणीय है। आजादी की यह लड़ाई सामाजिक एकता और राष्ट्रीय एकजुटता की प्रतीक है। देश को विभाजित करने वाली ताकतों से सावधान रहना और स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों का भारत बनाना हम सबका दायित्व है।
कार्यक्रम में अनेक कार्यकर्ता और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
