Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 27 अगस्त : पिछले दिनों भारी बरसात के कारण हाडोती मे हुई अतिवृष्टि व बाढ़ प्रभावित कोटा व बूंदी के कई गांव में दो दिन पहले पूर्व विधायक व कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल ने पहुंच कर बाढ़ग्रस्त गांवों का दौरा किया व एक एक गांव मे एक एक ग्रामीण से बात की।

गुंजल ने कहा कि भारी बरसात के बाद बूंदी जिले के डपटा, खटकड़, देलूंदा, रियाना, ख्यावदा व ख्यावदा मे मालियों की बाड़ी का पूरा का पूरा गांव साफ हो गया है लोग स्कूल मे शरण लिए हुए हैं गांव मे जाने की स्थिति नहीं बची हैं । तो कोटा के सुल्तानपुर मे भारी तबाही हुई हैं, कोटा के ही अकेले हरीजी का निमोदा में तो दस से बीस करोड़ का नुकसान हुआ हैं। कई गांव के गांव तबाह हो गए हैं, ग्रामीणों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है, कई जगह तो गांव के पूरे के पूरे मकान बह गए हैं, लोगों की फसलें बर्बाद हो गई है, कई जगह पर ग्रामीणों के मवेशी लापता हो गए हैं ऐसा लगता है कि मवेशी तेज बहाव में बह गए हैं। लोगों का सब कुछ खत्म हो गया है, बाढ़ ने हाड़ौती में तबाही मचा दी है।
वार्ता के दौरान ग्रामीणों ने की न्याय की माँग
प्रहलाद गुंजल से वार्ता के दौरान ग्रामीणों ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि हमारा सब कुछ बर्बाद हो गया है, हमारे मकान बाढ़ में बह गए हैं। बाढ़ ने सब कुछ तबाह कर दिया हैं। सरकार ने व्यवस्थाओं के नाम पर सिर्फ दिखावा किया है आज भी हमारे रहने व खाने की कोई माकूल व्यवस्था सरकार व स्थानीय प्रशासन द्वारा नहीं की गई है। बारिश बंद होने के बाद भी सरकार के जिम्मेदार लोग यहां नहीं आए हैं अभी तक प्रभावितों का कोई सर्वे नहीं किया गया है। वार्ता के दौरान ग्रामीणों ने प्रहलाद गुंजल से न्याय की गुहार लगाई।
बाढ़ प्रभावितों के लिए सरकार जारी करें स्पेशल पैकेज
ग्रामीणों से वार्ता के बाद प्रहलाद गुंजल ने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि अतिवृष्टि व बाढ़ प्रभावित लोगों का शीघ्र सर्वे करवाया जाए। पूरा हाड़ौती अतिवृष्टि व बाढ़ की चपेट में आया हुआ है। कोटा बूंदी जिले के दर्जनों गांवो को बाढ़ से बड़ा नुकसान हुआ है, गांव के गांव तबाह हो चुके हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की की आपदा राहत मे निश्चित व तय मापदंडों के अनुसार मुआवजा राशि देने से काम नहीं चलेगा, उन्होंने कहा कि जिस तरह की तबाही हुई है उसमे मौजूदा आपदा राहत मे निर्धारित मापदंडों के अनुसार मिलने वाला मुआवजा ऊंट के मुंह में जीरा साबित होगा। प्रभावितों के लिए सरकार को स्पेशल पैकेज की घोषणा करते हुए संपूर्ण गांव का सर्वे करवाकर ग्रामीणों को हुए नुकसान की पूरी भरपाई करनी चाहिए।
न्याय संगत मुआवजा नहीं मिलने पर गुंजल ने दी चेतावनी
प्रहलाद गुंजल ने कहा कि हाड़ौती के दर्जन गांवों में जाकर अतिवृष्टि और बाढ़ प्रभावित गांवों को देखा है, एक-एक ग्रामवासी से उनकी पीड़ा जानी है। यदि सरकार प्रभावितों को न्याय संगत मुआवजा नहीं देती है तो ग्रामीणों के हर निर्णय में वह ग्रामीणों के साथ खड़े रहेंगे व ग्रामीणों के हित में सरकार से होने वाले हर संघर्ष को तैयार रहेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि आगामी दस सितम्बर को कोटा मे होने वाले प्रदर्शन मे अतिवृष्टि व बाढ़ प्रभावितों के मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाएंगे।
