गुरु वशिष्ठ प्राकट्य महोत्सव: एकता, संस्कृति और अध्यात्म का संदेश

कोटा, 29 अगस्त। अखिल राजस्थान सनाढ्य ब्राह्मण महासभा एवं सनाढ्य समाज कोटा महानगर के संयुक्त तत्वावधान में शिव ज्योति कॉन्वेंट स्कूल, श्रीनाथपुरम में गुरु वशिष्ठ प्राकट्य महोत्सव गरिमामयी वातावरण में सम्पन्न हुआ।

मुख्य मंच पर कुलगुरु प्रो. बी.पी. सारस्वत, शहर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम, प्रदेशाध्यक्ष पं. गोविंद शर्मा, प्रदेश महामंत्री किशन पाठक, गोदावरीधाम महंत शैलेन्द्र भार्गव, महामंडलेश्वर मां नीति अंबा, काष्णी महाराज भरत आचार्य एवं कोषाध्यक्ष दीपक शर्मा उपस्थित रहे।

महोत्सव में गुरु वशिष्ठ पुरस्कार ओमप्रकाश टंकारिया को तथा अरुंधति पुरस्कार कुसुम शर्मा को प्रदान किया गया। साहित्यकार रामेश्वरी भैय्या रम्मू जी पंडित और नरसिंह आश्रम समिति के राजेश शर्मा को भी विशेष सम्मान दिया गया।

प्रो. सारस्वत ने कहा कि भारतीय संस्कृति की शक्ति एकता में है और विभाजन समाज को कमजोर करता है। पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने मानवता व संगठन को समाज की शक्ति बताया। प्रदेशाध्यक्ष पं. गोविंद शर्मा ने कहा कि गुरु वशिष्ठ की परंपरा ने संस्कृति को शाश्वत बनाया, जबकि प्रदेश महामंत्री किशन पाठक ने इसे समाज की एकजुटता का प्रतीक बताया।

महंत शैलेन्द्र भार्गव, मां नीति अंबा और काष्णी महाराज भरत आचार्य ने भी अपने आशीर्वचन दिए। कार्यक्रम का समापन महाआरती के साथ हुआ।

गुर्जर गौड़ महासभा प्रदेशाध्यक्ष विशाल शर्मा, नेता प्रतिपक्ष लव शर्मा, संघचालक पन्नालाल शर्मा सहित अनेक गणमान्य अतिथि एवं समाजजन उपस्थित रहे।

महोत्सव की सफलता में दीपक शर्मा, दिनेश शर्मा, रामनरेश शर्मा, हरि सूदन शर्मा, विजय भारद्वाज, हेमंत सनाढ्य, रेनू मिश्रा, मालती शर्मा, पंकज शांडिल्य सहित महिला एवं युवा पदाधिकारियों का विशेष सहयोग रहा।


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