Written by : लेखराज शर्मा
अंता (बारां), 15 अक्टूबर।
अंता विधानसभा उपचुनाव में मंगलवार को नरेश मीणा ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में सादगीपूर्ण माहौल में नामांकन पत्र दाखिल किया। इस अवसर पर उनके साथ पिता कल्याण सिंह मीणा, मां, पत्नी और पुत्र अनिरुद्ध उपस्थित रहे। नामांकन प्रक्रिया के दौरान पुलिस और प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए।

नामांकन के बाद नरेश मीणा ने अपने परिवार सहित अंता की मुख्य सड़क पर दंडवत प्रणाम किया और जनता से आशीर्वाद व समर्थन की अपील की। उन्होंने कहा कि उनका यह चुनाव किसी व्यक्ति विशेष या पार्टी के खिलाफ नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ जनसंघर्ष है।

मीडिया से बातचीत में नरेश मीणा ने कहा,
“मैं आमजन की समस्याओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने आया हूं। मेरा चुनाव भगत सिंह की सोच और इंकलाब के नारे के साथ है। यह धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद की राजनीति को मजबूत करने का प्रयास है। मुझे विश्वास है कि अंता का सर्व समाज मुझे अपना आशीर्वाद देगा।”
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने कई बार टिकट मांगा, लेकिन पार्टी ने अनदेखा किया। इसके बावजूद उन्होंने जनहित को सर्वोपरि रखते हुए स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। नरेश ने कहा,
“मेरे सिर पर किसी बड़े नेता का हाथ नहीं है। मैं जनता के बल पर मैदान में उतरा हूं। यहां के स्थापित नेताओं को जनता ने वर्षों तक मौका दिया है, अब बदलाव का समय है।”
नामांकन के बाद उन्होंने परिवार सहित सड़क पर दंडवत प्रणाम कर अंता की धरती को नमन किया और तत्पश्चात कार से सभा स्थल पहुंचे, जहां से समर्थकों के साथ एक रैली निकाली।
अंता क्षेत्र में नरेश मीणा के इस सादगीपूर्ण नामांकन और जनसंघर्ष आधारित संदेश ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है। उनके समर्थकों ने इस मौके पर “इंकलाब जिंदाबाद” और “भ्रष्टाचार मुक्त अंता” के नारे लगाए।
