“प्रवासी राजस्थानी दिवस 2025 : वैश्विक मंच पर राजस्थान की नई पहचान, ₹1 लाख करोड़ निवेश के साथ विकास की नई उड़ान”

Written by : Sanjay kumar


जयपुर, 10 दिसंबर 2025।
राजधानी जयपुर आज ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बना, जब जेईसीसी परिसर में आयोजित पहले Pravasi Rajasthani Divas ने वैश्विक स्तर पर राजस्थान की पहचान, क्षमता और संभावनाओं को एक नए आयाम पर स्थापित कर दिया। इस महत्त्वपूर्ण आयोजन का उद्घाटन मुख्यमंत्री Bhajan Lal Sharma ने किया और इसके साथ ही राज्य में निवेश, नवाचार और औद्योगिक विकास के नए युग का औपचारिक आरंभ हुआ।

इस कार्यक्रम में दुनिया के 26 देशों से आए प्रवासी राजस्थानियों, शीर्ष उद्योगपतियों, केंद्रीय मंत्रियों, राज्यपालों, नीति-निर्माताओं, उद्यमियों और निवेशकों ने भाग लेकर राजस्थान के भविष्य को लेकर एक साझा दृष्टि प्रस्तुत की — “बढ़ता राजस्थान, हमारा राजस्थान।”


₹1 लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों का ग्राउंड ब्रेकिंग: राजस्थान के औद्योगिक इतिहास में माइलस्टोन

उद्घाटन सत्र में राज्य सरकार ने 421 निवेश प्रस्तावों का औपचारिक ग्राउंड ब्रेकिंग किया, जिनकी कुल राशि ₹1 लाख करोड़ से अधिक है।
इन परियोजनाओं में शामिल हैं—

  • खनन एवं खनिज आधारित उद्योग
  • नवीकरणीय ऊर्जा, सौर पावर और ग्रीन हाइड्रोजन
  • आईटी एवं डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर
  • कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण
  • पर्यटन, होटल एवं हॉस्पिटैलिटी
  • मैन्युफैक्चरिंग, टेक्सटाइल एवं ऑटो सेक्टर
  • शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास
  • स्टार्टअप एवं नवाचार आधारित उद्योग

इन निवेशों से अगले पाँच वर्षों में लाखों नए रोजगार सृजित होने की संभावना जताई गई है।


पीयूष गोयल का संबोधन: “राजस्थान देश के विकास का अगला ग्रोथ इंजन बन सकता है”

कार्यक्रम में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री Piyush Goyal ने प्रवासी राजस्थानियों को संबोधित करते हुए कहा—

“राजस्थान के लोग जहां जाते हैं, विश्वास और प्रतिष्ठा का एक मानक स्थापित करते हैं। यदि एक करोड़ प्रवासी राजस्थानी अपने गाँव, अपने जिले और अपने राज्य से जुड़कर निवेश, रोजगार और विकास को बढ़ाएं, तो राजस्थान को देश में नंबर-वन बनने से कोई नहीं रोक सकता।”

उन्होंने यह भी बताया कि—

  • राइजिंग राजस्थान में हुए समझौतों का लगभग 25% निवेश जमीन पर उतर चुका है।
  • राजस्थान में निवेश का माहौल पहले की तुलना में अधिक पारदर्शी, सरल और उद्यमियों के अनुकूल हुआ है।
  • केंद्र सरकार राजस्थान के विकास मॉडल को समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है।

उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ का संदेश: “जहां मातृभूमि, वहीं घर”

उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने अपने स्वागत संबोधन में कहा—

“जो शक्ति, जो संस्कृति और जो अपनापन राजस्थान की मिट्टी में है, वह पूरी दुनिया में कहीं नहीं। राज्य ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को सरल बनाकर नए उद्योगों और निवेशकों के लिए मार्ग खोल दिया है।”

उन्होंने बताया कि—

  • अनेक पुराने जटिल औद्योगिक कानूनों को समाप्त कर दिया गया है।
  • नई औद्योगिक नीतियों से निवेश गति पकड़ रहा है।
  • राजस्थान अब बड़े वैश्विक निवेशकों की प्राथमिक पसंद बन रहा है।

वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल का बड़ा बयान: “राजस्थान दुनिया के लिए खनिज राजधानी बन सकता है”

वेदांता समूह के प्रमुख Anil Agarwal ने कहा कि—

  • राजस्थान की धरती के नीचे 40 अनूठे खनिज पठार मौजूद हैं, जो दुनिया में किसी एक राज्य में नहीं मिलते।
  • आने वाले वर्षों में राज्य खनन और खनिज उद्योगों के आधार पर भारत की अर्थव्यवस्था में बड़ी भूमिका निभाएगा।
  • वेदांता समूह प्रदेश में एक बड़े इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना करने जा रहा है।

उन्होंने आग्रह किया कि—

  • खनन नीति और तेज गति से लागू की जाए,
  • राज्य में एक बड़े फर्टिलाइजर प्लांट के लिए भूमि व अनुमति प्रदान की जाए,
  • और “चोप स्टेडियम” जैसे आधारभूत ढांचों को गति दी जाए।

26 वैश्विक चैप्टरों की भागीदारी — दुनिया भर से जुड़ा राजस्थान

इस कार्यक्रम में निम्न देशों से प्रतिनिधि शामिल हुए—
अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान, कतर, सऊदी अरब, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, कनाडा, यूएई आदि।
साथ ही दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, सूरत, इंदौर और अहमदाबाद जैसे शहरों से प्रवासी राजस्थानियों ने भी भाग लिया।

इन चैप्टरों ने—

  • राज्य में निवेश
  • कौशल विकास
  • पर्यटन प्रोत्साहन
  • सांस्कृतिक वाणिज्य
  • एक्सपोर्ट-इंपोर्ट
  • टेक्नोलॉजी एक्सचेंज

जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग की इच्छा जताई।


10+ नई नीतियों की लॉन्चिंग — आने वाले दशक के लिए मजबूत रोडमैप

राज्य सरकार ने समारोह में कई नई नीतियाँ लॉन्च कीं—

  • Global Capability Center (GCC) Policy
  • Pravasi Rajasthani Policy
  • Tourism & Heritage Promotion Policy
  • Green Growth Credit Policy
  • Space & Aero-Defense Policy
  • IT & Outsourcing Policy
  • Agro-Forestry & Agriculture Value Chain Policy
  • Sports Promotion Policy
  • Vehicle Scrappage Policy
  • AI & Machine Learning Policy

इन नीतियों का उद्देश्य—

  • रोजगार सृजन
  • अनुसंधान एवं तकनीकी विकास
  • स्टार्टअप को बढ़ावा
  • पर्यावरण संरक्षण
  • उद्योगों के लिए सरल वातावरण
  • विदेशी निवेश आकर्षित करना

को बढ़ावा देना है।


विशेष फिल्म “जहां न पहुंचे बैलगाड़ी, वहां पहुंचे मारवाड़ी” ने जीता दिल

समारोह में प्रदर्शित इस फिल्म ने दुनिया में बसे मारवाड़ी व्यवसायियों की संघर्ष, मेहनत और सफलता की प्रेरक गाथा को दर्शाया।
फिल्म में दिखाया गया कि—

  • मारवाड़ी समुदाय ने कैसे विश्वव्यापी व्यापार में उदाहरण स्थापित किए।
  • किस प्रकार उनकी जड़ें राजस्थान से जुड़ी होने के बावजूद वे वैश्विक मंच पर बिजनेस आइकन बने।

‘प्रगति पथ’ प्रदर्शनी और सांस्कृतिक विरासत का संगम

कार्यक्रम से पूर्व मुख्यमंत्री ने मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में पूजा-अर्चना की।
जेईसीसी में आयोजित प्रगति पथ प्रदर्शनी में—

  • राज्य सरकार की उपलब्धियों
  • विकास परियोजनाओं
  • भविष्य की योजनाओं
  • प्रमुख निवेश अवसरों

को डिजिटल और वर्चुअल फॉर्मेट में प्रस्तुत किया गया।

इसके साथ ही राजस्थानी लोक कला, संगीत, हस्तशिल्प और सांस्कृतिक प्रदर्शन ने कार्यक्रम में पारंपरिक सौंदर्य जोड़ा — जिससे प्रवासी राजस्थानियों ने अपने घर की महक को पुनः महसूस किया।


समापन संदेश

प्रवासी राजस्थानी दिवस 2025 ने साबित किया कि—
राजस्थान केवल एक भौगोलिक प्रदेश नहीं, बल्कि एक वैश्विक भावनात्मक परिवार है।
दुनिया के 26 देशों में बसे प्रवासी राजस्थानियों की भागीदारी और ₹1 लाख करोड़ निवेश प्रस्तावों ने यह संकेत दिया है कि आने वाला दशक राजस्थान का दशक होगा।

राज्य सरकार, उद्योग, प्रवासी समुदाय और निवेशक —
सभी का उद्देश्य स्पष्ट है:

“विकसित भारत के सपने में राजस्थान सबसे आगे।”


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