Written by: प्रमुख संवाद
कोटा, 21 दिसंबर।
विप्र फाउंडेशन द्वारा आयोजित विशाल अन्नकूट महोत्सव एवं राष्ट्रीय स्तर के युवक-युवती परिचय सम्मेलन में समाज की व्यापक भागीदारी देखने को मिली। कार्यक्रम में सामाजिक एकता, संस्कार, समरसता और पारिवारिक मूल्यों के संरक्षण पर विशेष जोर दिया गया।


मुख्य अतिथि अरुण चतुवेर्दी (अध्यक्ष, राज्य वित्त आयोग) ने अपने संबोधन में कहा कि ब्राह्मण समाज जातिवादी नहीं है, बल्कि सभी समाजों को साथ लेकर चलने वाला, संस्कारों के संरक्षण और सर्वांगीण समृद्धि की कामना करने वाला समाज है। उन्होंने मातृशक्ति की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि महिलाओं की सक्रिय भागीदारी के बिना कोई भी सामाजिक कार्य पूर्ण नहीं हो सकता।
उन्होंने संयुक्त परिवारों के टूटते स्वरूप पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पहले दादा-दादी की कहानियों और पारिवारिक संवाद से जो संस्कार मिलते थे, उनके अभाव में सामाजिक चुनौतियां बढ़ी हैं। वर्तमान समय में आवश्यकता है कि सभी एक-दूसरे का हाथ थामकर जागरूकता लाएं और समाज हित में एकजुट होकर कार्य करें।
कार्यक्रम में अतिथियों के रूप में राधेश्याम गुरुजी (राष्ट्रीय अध्यक्ष, विप्र फाउंडेशन), एस.डी. शर्मा (अध्यक्ष, ऑल इंडिया ब्राह्मण फेडरेशन) उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथियों में हरिमोहन शर्मा (विधायक, बूंदी), अशोक डोगरा (पूर्व विधायक, बूंदी), संदीप शर्मा (विधायक, कोटा दक्षिण) और राखी गौतम (अध्यक्ष, शहर जिला कांग्रेस कमेटी, कोटा) शामिल रहीं।
संत सानिध्य में मंगलेश्वरी मठ महंत आनंद धाम पीठाधीश्वर दंडी स्वामी नर्मदानंद सरस्वती (रंजीतानंद महाराज), बाबा शैलेन्द्र भार्गव (महंत, गोदावरी धाम) और महंत जगदीशानंद महाराज (महंत, धोकड़े वाले बालाजी) ने आशीर्वाद प्रदान किया।
बूंदी विधायक हरिमोहन शर्मा ने राजनीति में ब्राह्मण समाज के घटते प्रतिनिधित्व पर चिंता व्यक्त करते हुए समाज को संगठित होकर आगे बढ़ने का आह्वान किया।
धन्यवाद संबोधन में भुवनेश्वर शर्मा (चच्चू भैया) ने कहा कि वर्तमान परिवेश में योग्य वर-वधू का समय पर मिलना एक बड़ी चुनौती बन गया है। इसी समस्या को देखते हुए समाज ने यह पहल की है। उन्होंने सामाजिक एकता पर बल देते हुए कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही समाधान संभव है।
कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलन एवं मंत्रोच्चार के साथ किया गया। इस अवसर पर नन्ही बालिका द्वारा गणेश वंदना पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया गया तथा परिचय स्मारिका का विमोचन भी हुआ।
आयोजकों द्वारा सभी अतिथियों का साफा, दुपट्टा और पुष्पहार से स्वागत किया गया। विभिन्न जिलों से आए समाजजनों ने सुशील ओझा का भव्य स्वागत किया।
प्रदेश प्रवक्ता रमेश चंद गौतम ने बताया कि कार्यक्रम को अशोक डोगरा, हरिओम प्रधान, अशोक टाइगर, विकास भार्गव, शशि शर्मा, सियाराम लालसोट और रघुनंदन गौतम सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया।
कार्यक्रम में विप्र फाउंडेशन राजस्थान जोन-1E के अंतर्गत कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़, रावतभाटा, झालरापाटन, रामगंजमंडी, बिजोलिया, मांडलगढ़ सहित विभिन्न गांवों, कस्बों और ढाणियों के अध्यक्ष अपनी पूरी कार्यकारिणी के साथ उपस्थित रहे।
प्रदेश प्रमुख संगठन मंत्री हरिसूदन शर्मा ने बताया कि परिचय सम्मेलन में गांव, कस्बों और देश-प्रदेश में कार्यरत युवक-युवतियों ने अपने मनपसंद जीवनसाथी के लिए बेधड़क मंच से परिचय दिया।
परिचय स्मारिका में प्रतिभागियों की आयु, शिक्षा, गोत्र, व्यवसाय और अन्य आवश्यक विवरण अभिभावकों की सुविधा के लिए सम्मिलित किए गए।
कार्यक्रम के दौरान ठाकुरजी की भव्य झांकी सजाई गई और छप्पन भोग अर्पित किया गया। भजन संध्या ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भुवनेश्वर शर्मा का 51 मीटर साफा, 21 किलो पुष्पहार और स्मृति चिह्न भेंट कर विशेष सम्मान किया गया।
सामाजिक सरोकार के तहत कार्यक्रम स्थल के बाहर निशुल्क शुगर एवं बीपी जांच शिविर लगाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने लाभ लिया।
कार्यक्रम का संचालन हरिसूदन शर्मा और कृष्ण मुरारी ने किया।
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जारीकर्ता:
विप्र फाउंडेशन
(प्रेस हेतु)
