Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 27 दिसम्बर।
सेवा भारती का तीन दिवसीय प्रांत कार्यकर्ता प्रशिक्षण वर्ग शनिवार को स्वामी विवेकानंद विद्या निकेतन में शुरु हुआ। इस दौरान संगठनात्मक सुदृढ़ता, सेवा कार्यों के विस्तार तथा सामाजिक परिवर्तन के विविध आयामों पर व्यापक प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
प्रशिक्षण वर्ग का शुभारंभ ध्यान योग, प्रातः स्मरणीय मंत्रों एवं योग क्रियाओं के अभ्यास के साथ हुआ। इसके पश्चात सेवा भारती के बाल संस्कार केंद्रों, सत्संग केंद्रों, छात्रावासों, सामाजिक समरसता तथा संगठन संचालन से जुड़े विषयों पर वैचारिक एवं व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के दौरान सेवा सुरभि, वार्षिक पंचांग, प्रवास योजना, विमर्श एवं प्रचार, संगठनात्मक दायित्व, खेल गतिविधियाँ, भारत माता पूजन, सत्संग संचालन तथा जिला इकाइयों के पंजीकरण एवं दस्तावेजीकरण जैसे विषयों पर अभ्यास एवं मार्गदर्शन कराया गया।
इस प्रशिक्षण वर्ग में राष्ट्रीय सेवा भारती के अखिल भारतीय प्रकाशन प्रमुख मूलचंद जी सोनी, प्रांत प्रचारक मुरली जी, प्रांत संगठन मंत्री गोविंद जी, प्रांत उपाध्यक्षा करुणा जी, प्रांत मंत्री गोपीराज जी, प्रांत सह-कोषाध्यक्ष अरुण जी, प्रांत छात्रावास प्रमुख दुलीचंद जी, प्रांत कार्यालय प्रमुख सत्यनारायण जी, प्रांत सोशल मीडिया प्रमुख अरविंद जी, जितेंद्र जी, महावीर जी एवं भवानी जी ने सहभागिता एवं मार्गदर्शन प्रदान किया।
प्रशिक्षण में यह भी समझाया गया कि सेवा भारती की सेवा का लक्ष्य आश्रित बनाना नहीं, बल्कि सेवा बस्तियों के लोगों को सक्षम, स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाकर उन्हें समाज और राष्ट्र निर्माण का सहभागी बनाना है।
समापन अवसर पर नए कार्यकर्ताओं से संवाद किया गया, संगठनात्मक दायित्वों की घोषणा की गई तथा प्रशिक्षण की उपयोगिता पर प्रकाश डाला गया। अंत में सभी कार्यकर्ताओं ने सेवा कार्यों के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचने और राष्ट्र को परमवैभव की दिशा में अग्रसर करने का संकल्प लिया।
