जीवन को छूने आ रहा है बदलाव: कोटा में फिर गूंजेगा सन टू ह्यूमन फाउंडेशन का अनोखा प्रयोग, 2500 से अधिक साधकों की भागीदारी संभावित

Written by : Sanjay kumar


कोटा | 29 अप्रैल 2025
कोटा एक बार फिर अध्यात्म और विज्ञान के संगम का गवाह बनने जा रहा है। सेजवानी (इंदौर) की सुप्रसिद्ध संस्था सन टू ह्यूमन फाउंडेशन एक नए दृष्टिकोण वाले विशेष शिविर का आयोजन कोटा में करने जा रही है, जो न सिर्फ रोगों से मुक्ति दिलाने का दावा करता है, बल्कि मानसिक शांति और ऊर्जा के स्तर को भी नया आयाम देने का प्रयास है।

एलन मानधना परिवार की प्रेरणा और मार्गदर्शन में आयोजित हो रहे इस शिविर को रोटरी क्लब कोटा, भारत विकास परिषद् (सुभाष शाखा), और आध्यात्मिक एवं पर्यावरण विकास समिति सहित कोटा की 50 से अधिक संस्थाओं का भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है। आयोजकों को उम्मीद है कि इस बार 2500 से अधिक साधक इस अद्वितीय आयोजन का हिस्सा बनेंगे।

स्थान एवं तिथि:
यह शिविर 10 से 15 मई 2025 तक श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम, सेक्टर-बी, तलवंडी, कोटा में आयोजित होगा, जहाँ एक साथ 4000 से अधिक साधकों के बैठने की व्यवस्था की गई है।

शिविर का उद्देश्य:
एलन मानधना परिवार के गोविंद माहेश्वरी के अनुसार, यह शिविर एक अध्यात्मिक प्रयोग है, जिसमें हज़ारों लोगों ने भाग लेकर डायबिटीज़, हाई बीपी, थायराइड, माइग्रेन, अस्थमा, आर्थराइटिस, तनाव और डिप्रेशन जैसी बीमारियों पर काबू पाया है और अपने जीवन में आनंद की अनुभूति की है।

शिविर की खास बातें:

  • नाभि झटका प्रयोग के जरिए ऑक्सीजन स्तर और इम्यूनिटी को बढ़ाने के वैज्ञानिक तरीके।
  • Mind Awakening Sessions द्वारा मन के चार स्तरों (Unconscious, Subconscious, Conscious, Superconscious) को जाग्रत करने की विधियां।
  • सम्यक आहार, व्यायाम और ध्यान से रोगमुक्ति और मानसिक संतुलन की दिशा में ठोस प्रयास।
  • प्रवेश शुल्क मात्र ₹50। शिविर दो चरणों में आयोजित होगा, प्रत्येक के लिए अलग पंजीकरण अनिवार्य होगा।

संयोजक मंडल में शामिल हैं:
माँ तारिणी, परमानंद मोहता, डॉ. सारिका मोहता, और श्रवण, जो पूरे समर्पण के साथ इस प्रयोग को जन-जन तक पहुंचाने में जुटे हैं।

रोटरी क्लब कोटा के अध्यक्ष मुकेश व्यास ने बताया कि यह शिविर पहले राजस्थान के जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, भीलवाड़ा जैसे शहरों में सफलतापूर्वक आयोजित किया जा चुका है।

भारत विकास परिषद के जितेन्द्र गोयल और विकास सिंघल ने बताया कि इस बार बड़े स्तर पर आयोजन कर ज्यादा से ज्यादा साधकों को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य है।

यह केवल एक शिविर नहीं, बल्कि जीवन को नई दिशा देने वाला आंदोलन है। यदि आप भी रोगों से मुक्ति, मानसिक शांति और आत्मिक उन्नति की तलाश में हैं, तो यह अवसर आपके लिए है।


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