Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 15 मई — हाड़ौती क्षेत्र के सैकड़ों पुजारी मंदिर माफी की जमीन को भू-माफियाओं से मुक्त कराने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। राजस्थान पुजारी संघ के संभाग अध्यक्ष महेंद्र शर्मा के नेतृत्व में यह आंदोलन शुरू हुआ है।

संभागीय महामंत्री मनमोहन शर्मा ने बताया कि ये पुजारी पूर्व में भी धरना दे चुके हैं, जिसे प्रशासन के आश्वासन के बाद समाप्त किया गया था। लेकिन प्रशासन ने अपनी बात से मुकरते हुए अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जिससे पुजारियों में भारी आक्रोश है।
प्रदेश कार्यकारिणी के पदाधिकारी आनंद शर्मा, दयाराम शर्मा, राजेंद्र शर्मा, दुर्गा शंकर शर्मा, लोकेश शर्मा, गिरधर शर्मा, अनिल शर्मा सहित अनेक पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र न्याय नहीं मिला तो समस्त राजस्थान के पुजारी आंदोलन स्थल पर पहुंचेंगे और बड़े स्तर पर विरोध दर्ज कराएंगे।
पुजारियों की मांग है कि या तो मंदिर माफी की जमीनें भू-माफियाओं से मुक्त कराकर उन्हें सौंप दी जाएं, अन्यथा उन्हें राष्ट्रपति द्वारा इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए।
भूख हड़ताल पर बैठे पीड़ित पुजारियों में लव कुश बैरागी (किशनपुरा तकिया नयागांव), रघुवीर बैरागी (ग्राम सौगंध, मांगरोल), रामनारायण योगी (खेड़ा रसलपुर) सहित अन्य अनेक नाम शामिल हैं। यदि इस भूख हड़ताल के दौरान किसी भी पुजारी की तबीयत बिगड़ती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी राजस्थान सरकार की होगी।
विरोध प्रदर्शन स्थल पर कोटा, बारां, बूंदी और झालावाड़ जिलों से आए अनेक पुजारी मौजूद हैं, जिनमें प्रमुख रूप से लोकेश, पवन वैष्णव, रघुवीर, अनिल शर्मा, महावीर, भूपेंद्र, रोहित, राजेश बैरागी, मनोज शर्मा, धनराज, अनिल, हेमंत योगी और सत्येंद्र शर्मा शामिल हैं।
पुजारी समाज ने साफ कर दिया है कि वे अपने धार्मिक अधिकार और मंदिर की संपत्तियों की रक्षा के लिए हर स्तर पर संघर्ष करने को तैयार हैं।