Written by : Sanjay kumar
नई दिल्ली, 20 मई 2025 —
भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें पाकिस्तान के सुर में बोलने वाला करार दिया है। भाजपा ने एक विवादित पोस्टर भी जारी किया है, जिसमें राहुल गांधी के चेहरे का आधा हिस्सा पाकिस्तानी आर्मी चीफ असीम मुनीर के चेहरे से जोड़ा गया है। पोस्टर पर लिखा गया है — “राहुल का मुनीर”, जो सीधे तौर पर राहुल गांधी की पाकिस्तान से कथित वैचारिक समानता का प्रतीक बताया जा रहा है।
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया के माध्यम से कांग्रेस नेता पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब पूरा देश भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर गर्व कर रहा है, उस वक्त राहुल गांधी ऑपरेशन की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रहे हैं। अमित मालवीय ने कहा, “राहुल गांधी ये पूछ रहे हैं कि हमने कितने जेट गंवाए, लेकिन एक बार भी ये नहीं पूछा कि पाकिस्तान के कितने फाइटर जेट भारतीय वायुसेना ने तबाह किए। क्या राहुल गांधी अब ‘निशान-ए-पाकिस्तान’ के लिए तैयारी कर रहे हैं?”
बीजेपी ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि उन्होंने विदेश मंत्री के उस बयान पर सवाल उठाकर पाकिस्तान के एजेंडे को मजबूती देने की कोशिश की है, जिसमें भारत ने स्पष्ट किया था कि आतंकियों को चेतावनी दी गई थी और सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया गया था। विदेश मंत्रालय और डीजीएमओ की ब्रीफिंग में ऑपरेशन से संबंधित सभी तथ्य पहले ही स्पष्ट किए जा चुके हैं।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
6-7 मई की रात भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पीओके स्थित आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। इस हमले को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। भारतीय वायुसेना ने आतंकी लॉन्चपैड्स और ठिकानों को बेहद सटीकता से निशाना बनाया, जिसमें कई आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। सरकार का दावा है कि इस अभियान में न तो किसी आम नागरिक को हानि पहुंची और न ही किसी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने पर हमला किया गया।
भाजपा का कहना है कि राहुल गांधी का यह रवैया न केवल भारतीय सेना के पराक्रम का अपमान है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति को कमजोर करने वाला है। बीजेपी के नेताओं ने सवाल उठाया है कि क्या कांग्रेस का रुख अब राष्ट्रीय हितों से हटकर पाकिस्तान के पक्ष में झुक गया है?
‘राहुल का मुनीर’ पोस्टर ने देश की राजनीति को एक बार फिर गर्मा दिया है। भाजपा इसे राष्ट्रविरोधी मानसिकता बता रही है, वहीं कांग्रेस की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा संसद से सड़क तक और अधिक गरमा सकता है।