सांगोद में अंत्योदय संबल शिविर का अवलोकन, योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की सरकार की प्रतिबद्धता

Written by : Sanjay kumar



कोटा : 07 जुलाई 2025 |

राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कोटा जिले के सांगोद में पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़े के तहत आयोजित शिविर और सुपोषित मां अभियान का अवलोकन किया तथा जनता को योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ पहुंचाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी साझा की।

भजनलाल शर्मा ने कहा कि पखवाड़े के माध्यम से गांवों में वर्षों से लंबित कार्य जैसे सीमाज्ञान, रास्तों के विवादों का समाधान, बिजली के झूलते तारों को कसना, पशु टीकाकरण आदि एक ही स्थान पर पूरे किए जा रहे हैं, जिससे ग्रामीणों को सुविधा मिल रही है। इस पहल के माध्यम से दिव्यांगों, महिलाओं, बुजुर्गों और वंचितों को योजनाओं का लाभ सीधे मिल रहा है।

उन्होंने बताया कि अंत्योदय संबल पखवाड़ा 24 जून से 9 जुलाई तक आयोजित किया जा रहा है, जिसमें किसान, युवा, महिला और मजदूर वर्ग को प्राथमिकता दी जा रही है। साथ ही बताया कि राज्य सरकार की गरीबी मुक्त गांव योजना के तहत अब तक 5 हजार गांवों का सर्वे पूरा हो चुका है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में अब तक 69 हजार पदों पर नियुक्तियां दी गई हैं और 1.88 लाख पदों पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है। किसानों को 2027 तक दिन में बिजली देने के लक्ष्य की दिशा में 22 जिलों में कार्य प्रारंभ हो चुका है।

महिला सशक्तिकरण की दिशा में उन्होंने बताया कि 14 लाख महिलाओं को लखपति दीदी योजना के तहत प्रशिक्षित किया गया है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से 5.6 लाख महिलाओं को लाभ मिला है। साथ ही, 1 लाख बालिकाओं को लाडो प्रोत्साहन योजना और 10 लाख बालिकाओं को साइकिल वितरण किया गया है। कोटा जिले के विकास के लिए 3,030 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि डेढ़ साल के अल्प कार्यकाल में सरकार ने पूर्ववर्ती पांच वर्षों से अधिक कार्य किया है – जहां पिछली सरकार ने 1.75 लाख स्वामित्व कार्ड वितरित किए, वहीं वर्तमान सरकार ने 18 महीनों में 9.5 लाख कार्ड वितरित किए। इसी तरह 1,381 गांवों को सड़कों से जोड़ा गया, जबकि पूर्व सरकार 1,104 गांव ही जोड़ सकी थी। बिजली उत्पादन क्षमता में भी 4,270 मेगावाट की वृद्धि की गई है।

इस अवसर पर परवन नदी पर 26.24 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हाई लेवल ब्रिज, कालीसिंध नदी पर 45 करोड़ रुपये की लागत से बने पुल, और ग्राम कनवास में 41.87 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय के नवीन भवन का लोकार्पण किया गया। साथ ही सांगोद में 16.69 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली सीवरेज लाइन एवं ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास भी हुआ।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अंत्योदय संबल पखवाड़ा समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने की प्रतिबद्धता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई सेवा और सुशासन की सोच को राज्य सरकार धरातल पर उतार रही है।

ओम बिरला ने कहा कि हर गांव को सड़क, स्कूल, अस्पताल, बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं से जोड़ने के लिए योजनाबद्ध कार्य हो रहे हैं। सुपोषित मां अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क पोषण किट, स्वास्थ्य जांच, और सहायता दी जा रही है।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कृषि उपज मंडी परिसर में सिंदूर का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने शिविर में उपस्थित तीन दिव्यांगजनों को बैटरी चालित ट्राइसिकल और पांच मेधावी छात्राओं को स्कूटी भेंट की।

इस अवसर पर मदन दिलावर (शिक्षा मंत्री), हीरालाल नागर (ऊर्जा राज्य मंत्री), गौतम कुमार दक (सहकारिता राज्य मंत्री), संदीप शर्मा (विधायक), कल्पना देवी सहित अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित रहे।


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