Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 10 जुलाई। अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा की प्रतिष्ठित फ्लैगशिप योजना के अंतर्गत “चेतना लहर अभियान एवं विवाह परामर्श समिति” के संयुक्त तत्वावधान में माहेश्वरी समाज कोटा द्वारा एक अभूतपूर्व पहल की जा रही है। 12 और 13 जुलाई 2025 को आयोजित होने वाला यह रिलेशनशिप सेमिनार और ट्रेनर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम न केवल समाज में वैवाहिक संबंधों को मधुर बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है, बल्कि युवा पीढ़ी को रिश्तों की गहरी समझ प्रदान करने का एक प्रभावी माध्यम भी है। पूर्वी राजस्थान प्रादेशिक महासभा के प्रदेशाध्याक्ष महेश अजमेरा ने बताया कि कार्यक्रम माहेश्वरी समाज कोटा के तत्वाधान में होगा जिसमें सभी संगठन सहयोगी रहेंगे।

यह रहेगे अतिथि एवं प्रशिक्षक
अ.भा.महिला मण्डल संगठन पश्चिमांचल उपाध्यक्ष मधु बाहेती ने बताया कि अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा के उपसभापति राजेश कृष्ण बिरला के नेतृत्व में यह आयोजन कोटा में आयोजित हो रहा है। अतिथि अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा के सभापति संदीप काबरा,माहेश्वरी समाज अध्यक्ष राजेश कृष्ण बिरला व निदेशक एलन कैरियर इंस्टीट्यूट गोविंद माहेश्वरी स्वागातुर रहेंगे। उन्होने बताया कि देश के विभिन्न कोने से 07 विशिष्ट व्यक्ति प्रशिक्षण देंगे।
प्रथम चरण: ट्रेनर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम
अ. भा. माहेश्वरी माहेश्वरी महासभा चेतना शिविर राष्ट्रीय प्रभारी आशा माहेश्वरी ने बताया कि 12 जुलाई 2025 को “उत्सव वाटिका सभागार, डकनिया रोड” पर देशभर से आए प्रतिभागियों को विशेष रिलेशनशिप ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी। जिसमें देश के विभिन्न कोने से 40 से अधिक लोग ट्रेनिग के लिए शामिल होंगे। यह ट्रेनर्स ट्रेनिंग विशेष रूप से उन प्रतिनिधियों के लिए डिजाइन की गई है, जो आगे चलकर समाज में इस विषय पर व्यापक जागरूकता फैलाने का दायित्व संभालेंगे।
निर्वतामन राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष आशा माहेश्वरी ने बताया कि द्वितीय चरण में व्यापक सामुदायिक सेमिनार 13 जुलाई को ” सत्यार्थ एलन सभागार, जवाहर नगर” में मुख्य रिलेशनशिप सेमिनार का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में तीन विशिष्ट वर्गों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। जिसमें विवाह योग्य युवक-युवतियां – जो वैवाहिक जीवन की तैयारी कर रहे हैं,नवविवाहित दंपति – जो अपने रिश्तों की नींव मजबूत करना चाहते हैं,अनुभवी दंपति – जिन्होंने विवाह के 10-15 वर्ष पूर्ण किए हैं।
सामाजिक आवश्यकता की पूर्ति
पूर्वी राजस्थान प्रादेशिक महासभा के प्रदेशाध्याक्ष महेश अजमेरा ने बताया कि आज के तेजी से बदलते सामाजिक परिवेश में बढ़ती तलाक दर और वैवाहिक समस्याओं के दौर में यह पहल विशेष महत्व रखती है। सेमिनार का मुख्य उद्देश्य रिश्तों की गहराई, प्रभावी संवाद, पारस्परिक सामंजस्य और विवाहिक जीवन की स्थिरता पर केंद्रित शिक्षा प्रदान करना है। अजमेरा ने कहा कि समाज के 111 दम्पियों ने रजिस्ट्रेशन करवा दिया है और 150 से अधिक जोडो के शामिल होने की संभावना है।