Written by : Sanjay kumar
कोटा, 22 अगस्त। कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने शुक्रवार को विधायक कोष से स्वीकृत कार्यों की धीमी प्रगति पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने नगर निगम कोटा दक्षिण, केडीए और जिला परिषद के अधिकारियों की बैठक लेकर स्पष्ट निर्देश दिए कि कागजी कार्यवाही की आड़ में जनहित के कार्यों को कतई लटकाया न जाए।
नगर निगम कोटा दक्षिण सभागार में आयोजित इस समीक्षा बैठक में विधायक शर्मा ने निगम आयुक्त अनुराग भार्गव, जिला परिषद सीईओ राजपाल सिंह और केडीए अधिकारियों से एक-एक कार्य की स्थिति की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने पाया कि कई कार्य विभागीय लेटलतीफी और अधूरी औपचारिकताओं के कारण धरातल पर नहीं उतर पा रहे हैं।
उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा – “यदि एक विभाग से दूसरे विभाग तक फाइल ही समय पर नहीं पहुंचेगी, प्रस्ताव अधूरे रहेंगे और सूचना स्पष्ट नहीं होगी तो जनता क्यों परेशानियों का दंश झेले? विधायक कोष का उद्देश्य यही है कि जनता को त्वरित राहत और विकास के कार्य शीघ्र मिल सकें।”
विधायक शर्मा ने उदाहरण देते हुए कहा कि पार्कों में बेंच और ओपन जिम जैसे सामान्य कार्य भी फाइलों में अटके पड़े हैं। उन्होंने अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी कि यदि औपचारिकताओं के नाम पर जनता के कार्यों में देरी हुई तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अधिकारियों को जवाबदेही समझते हुए विधायक कोष से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए गए।
इसके साथ ही उन्होंने बरसात के कारण सड़कों पर बने गड्ढों की रिपेयर और जलभराव प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर शीघ्र समाधान सुनिश्चित करने को कहा।
बैठक में उपस्थित नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी ने भी कहा कि विधायक कोष का उद्देश्य केवल विकास ही नहीं बल्कि स्थानीय जनता की दैनिक समस्याओं का निराकरण करना है। उन्होंने कहा कि – “हमारे मोहल्ले स्मार्ट हों, पार्क सुंदर हों, सड़कें बेहतर हों और जल निकासी की व्यवस्था समय पर हो – यही जनता की अपेक्षा है। आगामी त्यौहारों को ध्यान में रखते हुए सड़क, नाली आदि कार्यों को तुरंत पूरा किया जाना जरूरी है ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।”
बैठक में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि विधायक कोष और अन्य विकास कार्यों की गति तेज की जाए तथा जनता को शीघ्र और ठोस राहत प्रदान की जाए।
