Written by : लेखराज शर्मा
किशनगंज (बारां) 26 अगस्त, राजस्थान: जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग एवं मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से राजकीय जनजाति बालक आवासीय विद्यालय परानिया किशनगंज में 25 व 26 अगस्त को दो दिवसीय वार्डन/अध्यापक ‘जीवन कौशल प्रशिक्षण’ का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य जीवन कौशल शिक्षा को बढ़ावा देना और इसे जिले के सभी छात्रावासों एवं आवासीय विद्यालयों में प्रभावी रूप से लागू करना था। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों ने जीवन कौशल शिक्षा के अंतर्गत “बाल संरक्षण और जेंडर जागरूकता” विषयों पर गहन समझ विकसित की।
कार्यशाला में गतिविधि-आधारित जीवन कौशल सत्रों का डेमो भी प्रस्तुत किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और इन कौशलों के प्रभावी संचालन के गुर सीखे। कार्यक्रम में कुल 10 वार्डन और अध्यापकों ने भागीदारी दर्ज कराई।
प्रशिक्षण का संचालन मास्टर ट्रेनर राहुल यादव एवं परवेज़ आलम द्वारा किया गया, वहीं पूरे आयोजन की मॉनिटरिंग विद्यालय प्राचार्य राकेश कुमार मीणा ने की।
इस आयोजन को जिले के छात्रावासों और आवासीय विद्यालयों में जीवन कौशल शिक्षा को बेहतर तरीके से लागू करने की दिशा में एक सकारात्मक एवं सराहनीय कदम माना जा रहा है।
