Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 26 अगस्त।
गणेश महोत्सव के अवसर पर मंगलवार को जीएडी के राजा भव्य शोभायात्रा और कलश यात्रा के साथ श्रीनाथपुरम स्टेडियम स्थित मेला परिसर पहुंचे। तीन बत्ती सर्किल से निकली शोभायात्रा में 2100 महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर नाचते-गाते भगवान गणपति की अगवानी की। डीजे की धुन पर “गणपति आज पधारो, श्री रामजी की धुन में..” जैसे मधुर गीतों से वातावरण भक्तिमय हो उठा।

गणेश मेला समिति की ओर से 14 फीट ऊँची प्रतिमा को क्रेनों की सहायता से पांडाल में स्थापित किया गया। इस अवसर पर समिति के संरक्षक नरेंद्र बिरला, भाजपा नेत्री अनुसूया गोस्वामी, वार्ड पार्षद पुष्पा चौधरी सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।
समिति अध्यक्ष देवेंद्र चौधरी मामा ने बताया कि बुधवार प्रातः 9 बजे आतिशबाजी, पूजा-पाठ और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ जीएडी के राजा की विधिवत स्थापना की जाएगी। प्रतिदिन विशेष श्रृंगार में गणेशजी के विविध स्वरूपों के दर्शन होंगे, जिनमें मराठी ड्रेस, राजाधिराज, शिव स्वरूप, खाटूश्याम जी, राजस्थानी, गुजराती, द्वारकाधीश, सांवलिया सेठ, गणेश स्वरूप और कृष्ण स्वरूप शामिल हैं। भक्तों के लिए प्रतिदिन छप्पन भोग अर्पित किए जाएंगे।
सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम
- 28-29 अगस्त : डांस प्रतियोगिता
- 30 अगस्त : अखिल भारतीय कवि सम्मेलन
- 31 अगस्त : जयपुर की दिशा द्वारा विशेष नृत्य प्रस्तुति
- 1 सितंबर : हाड़ौती केसरी दंगल (महिला एवं पुरुष पहलवानों की कुश्ती)
- 2 सितंबर : राजस्थानी सांस्कृतिक कार्यक्रम
- 3 सितंबर : लाफ्टर शो (पन्या सेपट व अन्य कलाकारों की प्रस्तुतियां)
- 4 सितंबर : स्टार नाइट – सोनी टीवी सुपर डांसर चैप्टर 4 की विजेता फ्लोरिना गोगोई का विशेष प्रदर्शन
- 5 सितंबर : भजन संध्या
- 6 सितंबर : गणपति विसर्जन शोभायात्रा
अखिल भारतीय कवि सम्मेलन
30 अगस्त को आयोजित होने वाले कवि सम्मेलन में लखनऊ के संजय शुक्ला, बारां के बाबू बंजारा, भीलवाड़ा के दीपक पारीक, मेरठ की डॉ. शुभम त्यागी, चेचट के अर्जुन अल्हड़, बूंदी के सुमित विजय और कोटा के भूपेंद्र राठौर काव्य पाठ करेंगे।
सुरक्षा व्यवस्था
संरक्षक नरेंद्र बिरला ने बताया कि जीएडी सर्कल श्रीनाथपुरम, महावीर नगर और दादाबाड़ी थाना क्षेत्र का केंद्र बिंदु है। इसलिए सुरक्षा हेतु तीनों थानों को अतिरिक्त जाप्ता भेजने का निवेदन किया गया है। मेला परिसर में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे हैं।
मेला में आकर्षण
मेले में 150 से अधिक खरीदारी की दुकानें, 20 से ज्यादा झूले और 50 चाट-पकौड़ी व अन्य व्यंजनों के स्टॉल लगाए गए हैं। बच्चों के लिए झूले, ट्रेन, नाव और गुब्बारे की विशेष व्यवस्था की गई है। बूंदी तीज मेला समाप्त होने के बाद वहां के व्यापारी भी यहां आकर अपने स्टॉल लगाएंगे।
