Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 30 अगस्त।
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने शनिवार को इन्द्रविहार स्थित आवास पर सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर जलभराव और सड़कों की दयनीय स्थिति पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जलभराव वाले स्थानों को तत्काल चिन्हित कर स्थायी समाधान सुनिश्चित करें, ताकि भविष्य में किसानों और ग्रामीणों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
बैठक में सांगोद, दीगोद, सिमलिया, कनवास और विनोद खुर्द क्षेत्रों में बजट घोषणा के तहत स्वीकृत नाला एवं डायवर्जन चैनल निर्माण कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। मंत्री ने कहा कि स्वीकृत कार्यों की टेंडर प्रक्रिया शीघ्र पूरी कर उन्हें धरातल पर उतारना जरूरी है।

उन्होंने जिला कलेक्टर से भी फोन पर चर्चा कर ड्रेनेज सिस्टम, नाला सफाई और जल निकासी व्यवस्था को लेकर ठोस प्रोजेक्ट तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही दीगोद क्षेत्र के निमोदा सहित अन्य गांवों में इरिगेशन, पीडब्ल्यूडी और सीएडी विभाग का संयुक्त सर्वे कराने पर बल दिया।
गुणवत्ता और निगरानी पर जोर
ऊर्जा मंत्री नागर ने कहा कि तालाब, नाले और सड़कों के निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से समझौता न हो। सभी अधिकारी स्वयं मॉनिटरिंग कर कार्यों की समीक्षा करें। बरसात से उखड़ी हुई सड़कों को तत्काल दुरुस्त कर आमजन को राहत दी जाए।
उन्होंने आगे कहा कि –
- प्रत्येक गांव में श्मशान तक पक्की अप्रोच सड़क का निर्माण कराया जाए।
- गांवों में कीचड़ की समस्या का स्थायी समाधान किया जाए।
- सड़कों की चौड़ाई पर्याप्त हो और किनारे उगी झाड़-झंखाड़ समय पर हटाई जाए।
- नहर का पानी सड़कों को खराब न करे, इसके लिए ठोस प्रबंधन किया जाए।
किसानों की समस्या प्राथमिकता पर
मंत्री ने स्पष्ट किया कि इस बार जिन स्थानों पर जलभराव हुआ है, उनकी आगे की प्लानिंग किसानों और ग्रामीणों से संवाद कर ही की जाएगी, ताकि खेतों में पानी भरने से होने वाले नुकसान को रोका जा सके।
बैठक में मौजूद
बैठक में सांगोद प्रधान जयवीर सिंह अमृतकुआं, पीडब्ल्यूडी के एसई जगदीश प्रसाद गुप्ता, जल संसाधन विभाग के एसई ए.के. जेमिनी, एक्सईएन अनिल मीणा, एक्सईएन सांगोद दिनेश कुमार धाकड़, एक्सईएन सुल्तानपुर अंकित बिंदल सहित एईएन सुनील पारेता, पवन भगत, दीपक दाधीच, नरेंद्र राठौर, प्रतिमा सोलंकी, जितेंद्र अग्रवाल, जेईएन इंदर कुमार गुर्जर, दीपक बेरवा, गोविंद व्यास, शुभम गर्ग और शिवकुमार नागर समेत विभिन्न अभियंता उपस्थित रहे।
