Written by : Sanjay kumar
तियेनजिन (चीन), 31 अगस्त 2025 – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को चीन पहुंचकर शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन से इतर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इस महत्वपूर्ण बैठक में सीमा प्रबंधन, आपसी सहयोग और द्विपक्षीय रिश्तों को नई ऊँचाई देने पर सहमति बनी।

बैठक की मुख्य बातें:
- LAC प्रबंधन पर सहमति
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच सीमा प्रबंधन को लेकर विशेष प्रतिनिधियों के बीच हुए समझौते को औपचारिक रूप दिया गया। इससे दोनों देशों के बीच विश्वास और स्थिरता का नया अध्याय शुरू होगा। - कैलाश-मानसरोवर यात्रा पुनः आरंभ
दोनों नेताओं ने कैलाश-मानसरोवर यात्रा को पुनः शुरू करने का निर्णय लिया। इससे धार्मिक और सांस्कृतिक संबंधों को नई ऊर्जा मिलेगी। - सीधी उड़ान सेवाएँ शुरू
भारत और चीन के बीच सीधी उड़ान सेवाओं को पुनः शुरू करने पर सहमति बनी। इससे व्यापार, पर्यटन और मानवीय संपर्क को नया प्रोत्साहन मिलेगा। - 2.8 अरब नागरिकों के हित जुड़े
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमारे सहयोग से दोनों देशों की 2.8 अरब जनता के हित जुड़े हुए हैं। यह सहयोग केवल भारत और चीन ही नहीं, बल्कि पूरे मानव समाज के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करेगा।” - SCO अध्यक्षता पर बधाई
मोदी ने शी जिनपिंग को SCO की सफल अध्यक्षता के लिए बधाई दी और सम्मेलन में आमंत्रण देने के लिए आभार व्यक्त किया।
पृष्ठभूमि:
प्रधानमंत्री मोदी की यह चीन यात्रा सात वर्षों के बाद हो रही है। पिछले वर्ष कज़ान में हुई बैठक के बाद से भारत-चीन संवाद सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ा है। LAC पर विमुक्ति और विश्वास निर्माण उपायों से सीमा पर शांति और स्थिरता बनी है।
सार:
भारत और चीन ने आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता के आधार पर संबंधों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है। यह पहल क्षेत्रीय और वैश्विक शांति, स्थिरता और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगी।
