Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 2 सितंबर 2025।
लोकतंत्र बचाओ आंदोलन समिति की ओर से नयापुरा स्थित RMSRU भवन में आयोजित सेमिनार में पूर्व सांसद एवं राष्ट्रीय स्तर की नेत्री वृंदा करात ने देश की मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों पर गहन विचार रखते हुए कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार ने लोकतंत्र की धारा को जनविरोधी दिशा में मोड़ दिया है।
उन्होंने कहा कि गरीबों और वंचितों से उनके संवैधानिक अधिकार छीने जा रहे हैं, अल्पसंख्यकों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है और मतदाताओं के वोट तक चोरी किए जा रहे हैं। यह सीधा-सीधा लोकतंत्र पर हमला है जिसे देश की जनता किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगी।

वृंदा करात ने जोर देकर कहा कि जनता को जातिवाद और धर्मांतरण जैसे भटकाने वाले मुद्दों के बजाय आर्थिक, सामाजिक और संसदीय जनवाद के अधिकारों के लिए संघर्ष करना होगा। उन्होंने बिहार में वोट चोरी के आंकड़े प्रस्तुत कर इसे तानाशाही करार दिया।
कोटा की स्थानीय परिस्थितियों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जे.के. उद्योग की बंदी के कारण हजारों मजदूर पिछले छह माह से अधिक समय से धरने पर बैठे हैं, लेकिन उनके मुद्दे को संसद में उठाने वाले जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे हुए हैं। यह लोकतंत्र और मजदूर अधिकारों की सीधी अवहेलना है।
उन्होंने बारां क्षेत्र के आदिवासियों के विस्थापन को वंचित तबकों पर अमानवीय हमला बताते हुए कहा कि कोटा में मजदूरों और नागरिकों का संघर्ष पूरे देश को लोकतंत्र बचाने का संदेश देगा।
अन्य वक्ताओं के विचार
- समिति अध्यक्ष अजय चतुर्वेदी ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्षरत पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि दी।
- माकपा किसान नेता दुलीचंद बोरदा ने वृंदा करात के जनसंघर्षों में योगदान का परिचय प्रस्तुत किया।
- एमसीपीआई (यू) प्रदेश सचिव एवं साहित्यकार महेन्द्र नेह ने कहा कि देश में एकाधिकारवाद के विरुद्ध जनतंत्र की लड़ाई तेज हो रही है।
- जन कवि ओम मेहता के काव्य संग्रह “जुनून का जुनून” का लोकार्पण भी सेमिनार में किया गया।
उपस्थिति
कार्यक्रम में सर्वोदय मंडल अध्यक्ष अब्दुल हमीद गौड, वहीद भाई, तथा जे.के. श्रमिक यूनियन के संघर्षशील नेता कॉमरेड हबीब भी उपस्थित रहे।
सेमिनार का संचालन जन कवि एवं किसान नेता हंसराज चौधरी ने किया, जबकि संयोजक यशवंतसिंह चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले चुनावों में लोकतंत्र की जीत होगी।
