Written by : Sanjay kumar
रियल एस्टेट और पान मसाला कारोबारियों के 18 ठिकानों पर छापेमारी, टैक्स चोरी और काले धन की जांच में कोटा पर विशेष फोकस
जयपुर/कोटा, 2 सितम्बर 2025।
राजस्थान में आयकर विभाग ने मंगलवार को एक बड़े पैमाने पर समन्वित छापेमारी अभियान चलाते हुए जयपुर और कोटा स्थित रियल एस्टेट और पान मसाला कारोबार से जुड़े 18 ठिकानों पर दबिश दी। सुबह से शुरू हुई इस कार्रवाई में विभाग के लगभग 150 अधिकारी और कर्मचारी शामिल रहे।
सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई टैक्स चोरी, भारी नकद लेनदेन और अघोषित आय से संबंधित शिकायतों के आधार पर की गई। विभाग को आशंका है कि इस ऑपरेशन से बड़ी मात्रा में नकदी, अघोषित संपत्तियां और फर्जी दस्तावेज़ उजागर हो सकते हैं।

मुख्य निशाने पर रहे तीन बड़े कारोबारी समूह
1. हाई फ्लाई रियल एस्टेट ग्रुप (जयपुर)
- 8 ठिकानों पर छापेमारी।
- प्रॉपर्टी खरीद-बिक्री में बड़े पैमाने पर नकद लेन-देन और अघोषित आय का संदेह।
- विभागीय टीमें दस्तावेज़ों और डिजिटल रिकॉर्ड की गहन जांच कर रही हैं।
2. सिद्धेश्वर गम्स (सिग्नेचर पान मसाला, कोटा) – मुख्य फोकस
- 3 ठिकानों पर कार्रवाई।
- वित्तीय लेन-देन और टैक्स रिकॉर्ड में अनियमितताओं की शिकायतों के आधार पर छापेमारी।
- कोटा स्थित दफ्तरों और अन्य परिसरों से लेन-देन रजिस्टर, अकाउंटिंग रिकॉर्ड, कंप्यूटर डेटा और डिजिटल सबूत जब्त किए गए।
- जांच अधिकारियों ने विशेष रूप से कैश ट्रांजैक्शन्स और टैक्स चोरी के नेटवर्क पर ध्यान केंद्रित किया है।
- सूत्रों के अनुसार, यहां से मिली जानकारी आगे कई बड़े खुलासों का आधार बन सकती है।
3. गोकुल कृपा ग्रुप / बीआरबी डेवलपर्स (जयपुर)
- 6 ठिकानों पर छापा।
- इस समूह पर भी प्रॉपर्टी सौदों में काले धन के इस्तेमाल और टैक्स चोरी के आरोप।
- टीमों ने वित्तीय दस्तावेज़ों और संपत्ति सौदों से जुड़े लेन-देन की बारीकी से जांच शुरू की।
छापेमारी का कारण और पृष्ठभूमि
- आयकर विभाग को पिछले कुछ महीनों से लगातार शिकायतें मिल रही थीं।
- विशेषकर रियल एस्टेट सेक्टर और पान मसाला उद्योग में काले धन के इस्तेमाल की खबरें सामने आई थीं।
- आरोप है कि समूहों ने अघोषित आय को छिपाने के लिए जटिल वित्तीय लेन-देन, बेनामी संपत्तियों और फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया।
अभियान का स्वरूप
- जयपुर और कोटा में फैले 18 ठिकानों पर एक साथ दबिश।
- कार्रवाई में 150 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी शामिल।
- दस्तावेज़, कंप्यूटर डेटा और डिजिटल रिकॉर्ड की गहन छानबीन।
- विभागीय टीमें देर रात तक कार्रवाई में जुटीं रहीं और कई अहम सबूत जब्त किए गए।
आधिकारिक बयान का इंतजार
अब तक आयकर विभाग की ओर से इस छापेमारी को लेकर कोई औपचारिक प्रेस स्टेटमेंट जारी नहीं किया गया है।
हालांकि, सूत्रों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद विस्तृत खुलासे किए जाएंगे।
इस बीच, जयपुर और खासकर कोटा के कारोबारियों में इस कार्रवाई को लेकर भारी हलचल और हड़कंप मच गया है।
निष्कर्ष (फोकस लाइन)
यह कार्रवाई स्पष्ट करती है कि आयकर विभाग रियल एस्टेट और पान मसाला सेक्टर में टैक्स चोरी और काले धन के गुप्त प्रवाह पर नकेल कसने के लिए सख्त रुख अपना चुका है। आगे के दिनों में इससे बड़े वित्तीय घोटालों और छिपी हुई संपत्तियों के खुलासे की संभावना है।
