300 वर्ष पुराने मंदिर को तोड़ने पर विहिप का अल्टीमेटम – प्रशासन और भाजपा नेताओं पर दर्ज होगा मुकदमा

Written by : प्रमुख संवाद


कोटा, 9 सितंबर 2025

विश्व हिंदू परिषद कोटा महानगर ने मंगलवार को पत्रकारवार्ता में प्रशासन और मेला समिति पर गंभीर आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि लालबाई माता के 300 वर्ष पुराने मंदिर को तोड़ने और प्रतिमाओं को स्थानांतरित करने की कार्रवाई को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। विहिप ने स्पष्ट कहा कि दोषी अधिकारियों और भाजपा नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी और आंदोलन भी किया जाएगा।

चित्तौड़ प्रांत के अध्यक्ष प्रताप सिंह नागदा ने बताया कि हाल ही में कैबिनेट मंत्री मदन दिलावर और कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा ने चंबल गार्डन में अवैध विशेष समुदाय द्वारा किए गए निर्माणो को हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन दुर्भाग्य से उन पर कार्रवाई नहीं हुई। इसके विपरीत प्रशासन ने हिंदू आस्था पर चोट पहुंचाते हुए लालबाई माता मंदिर को ध्वस्त कर दिया। मंदिर समिति से दबावपूर्वक हस्ताक्षर करवाए गए, जबकि यह समिति देवस्थान विभाग में पंजीकृत भी नहीं है। नागदा ने कहा कि नगर निगम और मेला समिति ने हिंदू समाज की भावनाओं के साथ विश्वासघात किया है।

विहिप की प्रमुख बातें और चेतावनी:

  • मंदिर विध्वंस पर कार्रवाई – दशहरा मेला समिति अध्यक्ष और नगर निगम अधिकारियों पर तत्काल मुकदमा दर्ज हो।
  • अवैध अतिक्रमण अनदेखा – न्यायालय द्वारा आदेशित शॉपिंग सेंटर में विशेष समुदाय के धार्मिक स्थल द्वारा किए गए अतिक्रमण अब तक नहीं हटाए गए। प्रशासन इस पर तुरंत कार्यवाही करे।
  • लव जिहाद और अवैध होटल – डाकनिया तालाब रेलवे स्टेशन के पास होटल स्टार इन में छापे में एक विवाहित मुस्लिम युवक हिंदू युवती के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा गया। ऐसे अवैध होटल प्रशासन की शह पर चल रहे हैं। विहिप ने मांग की है कि बिना आईडी वाले और अनैतिक कार्यों में संलिप्त सभी होटलों को सील किया जाए।
  • गरबा कार्यक्रम के लिए गाइडलाइन – नवरात्रि में गरबा पांडालों में बिना आधार कार्ड और बिना तिलक के प्रवेश न दिया जाए। फूहड़ नृत्य और गाने हिंदू संस्कृति का अपमान हैं, इन्हें रोकने की जिम्मेदारी प्रशासन और आयोजकों की होगी।
  • गणपति विसर्जन रोकने की निंदा – “हम लोग” संस्था द्वारा अनंत चतुर्दशी पर गणेश प्रतिमा विसर्जन रोकने का विरोध किया गया। यदि प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियां हानिकारक हैं तो प्रशासन पहले ही बाजार में रोक लगाए। पर्व के दिन विसर्जन रोकना हिंदू धर्म का अपमान है।

विहिप की मांगें:

  1. लालबाई माता मंदिर को यथास्थान पुनः स्थापित किया जाए।
  2. दोषी अधिकारियों और मेला समिति अध्यक्ष पर आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाए।
  3. न्यायालय के आदेश के अनुसार शॉपिंग सेंटर में एक समुदाय द्वारा किए गए धार्मिक स्थान के अतिक्रमण तत्काल हटाए जाएं।
  4. लव जिहाद और अवैध होटलों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
  5. गणपति विसर्जन रोकने वाली संस्था के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई हो।

विहिप का अल्टीमेटम:
यदि प्रशासन ने तत्काल कदम नहीं उठाए तो विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल व्यापक जनआंदोलन करेंगे। हिंदू समाज अपने मंदिरों, पर्व-त्योहारों और संस्कृति पर हो रहे इस अन्याय को किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगा।

इस पत्रकारवार्ता में विभाग मंत्री नन्दलाल प्रजापति, महानगर मंत्री आशीष शर्मा और प्रांत संयोजक बजरंग दल योगेश रेनवाल भी मौजूद रहे।


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