Written by : लेखराज शर्मा
Rajasthan Politics: माली समाज से आने वाले स्थानीय नेता मोरपाल सुमन को बीजेपी ने प्रत्याशी घोषित किया, कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच त्रिकोणीय मुकाबले के आसार
जयपुर/बारां, 17 अक्टूबर 2025।
अंता विधानसभा उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने बारां पंचायत समिति के प्रधान मोरपाल सुमन को आधिकारिक उम्मीदवार घोषित कर दिया है। स्थानीय और जमीन से जुड़े नेता माने जाने वाले मोरपाल सुमन को पार्टी ने जातिगत और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने के उद्देश्य से टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस पहले ही अपने वरिष्ठ नेता प्रमोद जैन भाया को उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। इसके अलावा नरेश मीणा निर्दलीय रूप में मैदान में हैं, जिससे मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।

बीजेपी में उम्मीदवार चयन को लेकर लंबे समय से मंथन चल रहा था। अंततः पार्टी ने सुमन के नाम पर सहमति जताई। संगठन का मानना है कि सुमन न केवल स्थानीय स्तर पर लोकप्रिय हैं, बल्कि सामाजिक रूप से भी स्वीकार्य चेहरा हैं। पार्टी नेतृत्व ने उनके “जनसेवक” और “लो प्रोफाइल” छवि को भी टिकट चयन में महत्वपूर्ण माना है।
पूर्व विधायक की सदस्यता रद्द होने से खाली हुई थी सीट
अंता सीट बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक कंवरलाल मीणा की सदस्यता रद्द होने के बाद रिक्त हुई थी। लगभग 20 वर्ष पुराने प्रकरण में एसडीएम पर पिस्तौल तानने के मामले में सजा सुनाए जाने के बाद मई 2025 में उनकी विधायकी समाप्त कर दी गई थी। निर्वाचन आयोग के नियमों के अनुसार, सीट रिक्त होने के छह महीने के भीतर उपचुनाव कराना अनिवार्य होता है।
कौन हैं मोरपाल सुमन?
मोरपाल सुमन वर्तमान में बारां पंचायत समिति के प्रधान हैं। उन्होंने जनवरी 2022 में पंचायत राज चुनावों के बाद पदभार ग्रहण किया था। उनकी पत्नी नटी बाई सुमन वर्तमान में सरपंच (प्रशासक) के रूप में कार्यरत हैं। माली समाज से ताल्लुक रखने वाले सुमन क्षेत्र में सामाजिक रूप से प्रभावशाली माने जाते हैं।
बीजेपी की रणनीति – स्थानीय चेहरा और जातीय संतुलन
बीजेपी की रणनीति साफ तौर पर स्थानीय प्रभाव और जातीय संतुलन पर केंद्रित दिखाई देती है। माली समाज अंता क्षेत्र में एक प्रभावी वोट बैंक है, जिसे ध्यान में रखते हुए पार्टी ने सुमन को उम्मीदवार बनाया है। प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पहले भी संकेत दिए थे कि पार्टी इस बार “स्थानीय और सेवा भावी चेहरा” मैदान में उतार सकती है — और सुमन का चयन उसी दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है।
त्रिकोणीय संघर्ष के आसार
कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया और निर्दलीय नरेश मीणा के साथ बीजेपी उम्मीदवार मोरपाल सुमन के मैदान में उतरने से अब अंता सीट पर मुकाबला दिलचस्प और त्रिकोणीय हो गया है। यह उपचुनाव प्रदेश की राजनीति में दोनों प्रमुख दलों के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई माना जा रहा है।
