Written by : Sanjay kumar
मंत्री नागर बोले – विकास कार्यों में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं, जिम्मेदारों से होगी वसूली, ब्लैकलिस्ट होगी कंपनी
कोटा/देवली, 17 अक्टूबर।
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने शुक्रवार को देवली क्षेत्र के आमलीझाड़ गांव में घटिया निर्माण कार्यों पर बड़ी कार्रवाई की। मंत्री नागर ने स्वयं मौके पर खड़े रहकर बुलडोजर से स्कूल भवन की कमजोर छत और तालाब के घाटों को ध्वस्त करवाया। उन्होंने कहा कि सरकार जनता के पैसों से विकास कार्य कर रही है, इसलिए निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार या लापरवाही कतई सहन नहीं की जाएगी।

रात के निरीक्षण के बाद सुबह चला बुलडोजर एक्शन
बुधवार को अर्द्धरात्रि में मंत्री नागर अचानक आमलीझाड़ गांव पहुंचे थे, जहां ग्रामीणों ने स्कूल भवन की छत में घटिया सामग्री के उपयोग की शिकायत की थी। उस समय अधिकारियों ने मंत्री को बताया था कि घटिया निर्माण वाली छत तोड़कर दोबारा डाली जा रही है।
लेकिन जब मंत्री रात में ही स्थल पर पहुंचे, तो पाया कि छत को बिना तोड़े आगे का निर्माण जारी था। इस पर मंत्री ने अधिकारियों को फटकार लगाई और शुक्रवार को स्वयं मौके पर बुलडोजर चलवाने पहुंचे।
3.91 करोड़ की लागत से बन रहा 30 कमरों का स्कूल भवन
ग्राम आमलीझाड़ में 3.91 करोड़ रुपये की लागत से 30 कमरों का दो मंजिला स्कूल भवन निर्माणाधीन है। ग्रामीणों की शिकायत थी कि छत में घटिया क्वालिटी की सामग्री का उपयोग किया गया है। समसा के स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई न होने पर ग्रामीणों ने ऊर्जा मंत्री नागर से शिकायत की।
मंत्री नागर ने जांच करवाई तो निर्माण की गुणवत्ता बेहद खराब पाई गई। अधिकारियों द्वारा छत तोड़ने का दावा झूठा साबित हुआ। इसके बाद मंत्री ने मौके पर बुलडोजर मंगवाकर पूरी छत ध्वस्त करवाई।
77 लाख रुपये के तालाब घाट भी हुए जमींदोज
मंत्री नागर ने गांव में अटल भूजल योजना के तहत बनाए गए तालाब के घाटों और बाउंड्रीवॉल की भी जांच की। 77 लाख रुपये की लागत से बना यह कार्य मई 2025 में प्रारंभ हुआ था।
जांच के दौरान मंत्री ने तालाब की पाल पर पैर से सीमेंट खुरचकर देखा तो उसमें डस्ट और कमजोर मिक्सिंग नजर आई। उन्होंने मौके पर ही घटिया निर्माण को ध्वस्त करने का निर्देश दिया। बाद में बुलडोजर चलवाकर घाटों और बाउंड्रीवॉल को भी तोड़ दिया गया।
मंत्री नागर बोले – “धन की कमी नहीं, ईमानदारी की जरूरत है”
मीडिया से बातचीत में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा –
“सरकार के पास विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है। जरूरत सिर्फ ईमानदारी और जिम्मेदारी की है। जहां भी शिकायत मिलेगी, मौके पर जाकर जांच करेंगे। घटिया निर्माण पाए जाने पर बुलडोजर एक्शन जारी रहेगा।”
उन्होंने कहा कि दोषी कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा और निर्माण में खर्च की गई राशि की वसूली ठेकेदार से की जाएगी। अभियंताओं और ठेकेदारों के बीच यदि किसी तरह का गठजोड़ पाया गया, तो थर्ड पार्टी से तकनीकी जांच करवाई जाएगी।
सरकार क्वालिटी कंट्रोल विंग को भी सशक्त कर रही है ताकि हर निर्माण की तकनीकी निगरानी सुनिश्चित हो सके।
पहले भी दिखा चुके हैं सख्ती
इससे पहले भी मंत्री नागर डूंगरज्या गांव में घटिया गुणवत्ता की सीसी सड़क को खुद मौके पर उखड़वा चुके हैं। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों की निगरानी में जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता और ग्रामीणों की भूमिका अहम है। जनता की शिकायत पर ही कार्रवाई की जाएगी ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ सही मायनों में जनता तक पहुंचे।
