Written by : लेखराज शर्मा
झालावाड़, 01 दिसम्बर 2025।
कीमती भूखण्ड पर फर्जी इकरारनामा तैयार कर धोखाधड़ी करने वाले संगठित गिरोह का झालावाड़ पुलिस ने पर्दाफाश कर मुख्य आरोपी प्रमोद शर्मा सहित उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया है। एफएसएल रिपोर्ट में प्रस्तुत इकरारनामा को स्कैन कर कूटरचित पाए जाने के बाद पुलिस ने आरोपियों पर decisive कार्रवाई की।
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि थाना कोतवाली झालावाड़ पर परिवादी महेश कुमार डागा ने 27.03.2024 को रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उन्होंने गायत्री मंदिर के पास स्थित भूखण्ड का 26.03.2004 को अपने पुत्र सुमित डागा के नाम राजकुमार खण्डेलवाल से 27X20 = 540 वर्ग फीट का रजिस्ट्रीकृत क्रय किया था। निर्माण स्वीकृति प्राप्त करने के बाद दिनांक 14.11.2022 को जब उक्त भूखण्ड पर नींव खोदाई प्रारंभ कराई तो प्रमोद शर्मा मौके पर पहुंचा और कार्य रुकवा दिया।
अनुसंधान के दौरान प्रमोद शर्मा ने 09.03.2003 का एक कथित मूल इकरारनामा प्रस्तुत किया, जिसमें स्वयं को नीना सिंघल के सम्पूर्ण 45X20 = 900 वर्ग फीट भूखण्ड का खरीदार बताया गया था। एफएसएल जांच में यह दस्तावेज स्कैन कर कूटरचित पाया गया।
जांच से यह तथ्य सामने आया कि नीना सिंघल ने 08.10.2001 को 900 वर्ग फीट का भूखण्ड खरीदा था। उन्होंने इसमें से 540 वर्ग फीट भूखण्ड 26.03.2004 को राजकुमार खण्डेलवाल को वैध रूप से बेचा तथा शेष 360 वर्ग फीट 05.10.2006 को कपिल शर्मा को विक्रय किया था। कपिल शर्मा का भाई प्रमोद शर्मा, अपने साथियों ललित वैष्णव व महेन्द्र सिंह नरूका के साथ मिलकर पूरे भूखण्ड पर अवैध अधिकार दर्शाने हेतु षड्यंत्रपूर्वक कूटरचित इकरारनामा तैयार कर रहा था।
जांच में निम्न आरोपियों के विरुद्ध अपराध प्रमाणित पाया गया:
- प्रमोद शर्मा पुत्र अशोक कुमार शर्मा, निवासी मंगलपुरा, झालावाड़
- महेन्द्र सिंह नरूका पुत्र गोवर्धन सिंह, निवासी मंगलपुरा, झालावाड़
- ललित वैष्णव पुत्र तुलसीराम, निवासी बस स्टैंड, झालावाड़
दिनांक 01.12.2025 को पुलिस टीम ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब है कि मुख्य आरोपी प्रमोद शर्मा के विरुद्ध कोतवाली झालावाड़ में जमीन कब्जे के प्रयास से संबंधित दो अन्य प्रकरण (संख्या 443/2025 एवं 601/2025) भी जांचाधीन हैं। राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले प्रमोद शर्मा के खिलाफ पहले से दो दर्जन से अधिक आपराधिक प्रकरण दर्ज होना भी सामने आया है। उन्होंने पूर्व में 2019 में झालावाड़ से सांसद चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था।
झालावाड़ पुलिस द्वारा समयबद्ध और सटीक कार्रवाई से भूखण्ड फर्जीवाड़े के इस गंभीर मामले का सफलतापूर्वक पर्दाफाश किया गया है।
