Written by : Sanjay kumar
नई दिल्ली /कोटा, 18 दिसम्बर।
शिक्षा नगरी कोटा को देश के अग्रणी उच्च शिक्षा और टेक्नोलॉजी केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में ठोस पहल शुरू हो गई है। ट्रिपल आइटी कोटा को सशक्त बनाने, नए युग के अनुरूप पाठ्यक्रम शुरू करने और संस्थान के समग्र उन्नयन को लेकर केंद्र सरकार स्तर पर गंभीर मंथन हुआ है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के बीच संसद भवन में विस्तृत बैठक आयोजित हुई, जिसमें कोटा-बूंदी क्षेत्र में उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा और स्कूली शिक्षा के समग्र विकास से जुड़े विषयों पर गहन चर्चा की गई। बैठक के दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने एक विशेष समिति के गठन के निर्देश दिए, जो एक माह के भीतर अपनी विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कोटा देश का प्रमुख शैक्षणिक केंद्र है, जहां सड़क और रेल कनेक्टिविटी मजबूत है तथा निकट भविष्य में एयर कनेक्टिविटी भी सुगम होने जा रही है। प्रतिवर्ष लगभग डेढ़ लाख विद्यार्थी आईआईटी और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोटा आते हैं। ऐसे में ट्रिपल आइटी कोटा को और अधिक सशक्त बनाना समय की आवश्यकता है। इसे देश के अग्रणी आईआईटी संस्थानों की तर्ज पर विकसित किया जाना चाहिए, ताकि यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय शिक्षा और शोध का वातावरण मिल सके।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि आगामी दस वर्षों में ट्रिपल आइटी कोटा में विद्यार्थियों की क्षमता बढ़ाकर लगभग 25 हजार करने की योजना तैयार की जाएगी। इसके अंतर्गत संस्थान का समग्र उन्नयन किया जाएगा तथा आधुनिक आवश्यकताओं के अनुरूप शैक्षणिक ढांचा विकसित किया जाएगा। ट्रिपल आइटी कोटा में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की परिकल्पना को साकार किया जाएगा और नए, समसामयिक व रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे।
बैठक में कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र में पीएमश्री विद्यालयों की संख्या बढ़ाने, राजस्थान के लिए शिक्षा बजट में केंद्रीय अनुदान बढ़ाने तथा स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार जैसे विषयों पर भी विस्तार से विमर्श हुआ।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने बताया कि ट्रिपल आइटी कोटा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ग्रीन एनर्जी, वैश्विक जॉब मार्केट की मांग के अनुरूप फ्यूचरिस्टिक कोर्सेज, AI सेंटर, पंप स्टोरेज, एटॉमिक स्टडीज सहित कई नई शैक्षणिक और शोध आधारित पहल शुरू की जाएंगी। चंबल नदी क्षेत्र की प्राकृतिक समृद्धि और रावतभाटा में स्थित परमाणु ऊर्जा संयंत्र के कारण कोटा क्षेत्र तकनीकी और ऊर्जा आधारित शिक्षा के लिए अत्यंत अनुकूल है। इन सभी विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए ट्रिपल आइटी कोटा को देश का आदर्श ट्रिपल आइटी संस्थान बनाने का प्रस्ताव है, जिससे कोटा को राष्ट्रीय स्तर पर उच्च शिक्षा और टेक्नोलॉजी हब के रूप में स्थापित किया जा सके।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कोटा-बूंदी क्षेत्र में स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने पर भी जोर दिया। उन्होंने ‘नो योर कॉन्स्टिट्यूशन’ कार्यक्रम को स्कूलों में व्यापक रूप से लागू करने का सुझाव दिया, ताकि विद्यार्थी भारत के संविधान की मूल भावना, मूल्यों और नागरिक कर्तव्यों से भली-भांति परिचित हो सकें।
बैठक में केंद्रीय स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार, अपर सचिव स्कूल शिक्षा धीरज साहू, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव विनीत जोशी, संयुक्त सचिव रीना सोनोवाल, सीबीएसई चेयरमैन राहुल सिंह, ट्रिपल आइटी कोटा के निदेशक प्रो. एनपी पढ़ी, राजस्थान के उच्च व तकनीकी शिक्षा एसीएस कुलदीप रांका, सचिव कृष्ण कुणाल, लोकसभा अध्यक्ष के ओएसडी राजीव दत्ता तथा लोकसभा के संयुक्त सचिव गौरव गोयल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
