Written by : Sanjay kumar
तिरुवनंतपुरम/बेंगलुरु/विशाखापत्तनम | 24 मई 2025
देश में एक बार फिर कोविड-19 संक्रमण के मामले सामने आने लगे हैं। मई माह में अब तक केरल में कुल 273 नए कोरोना संक्रमण के मामले दर्ज किए गए हैं। यह जानकारी केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने शुक्रवार को दी। उन्होंने प्रदेश के सभी जिलों में निगरानी बढ़ाने और सतर्कता अपनाने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए हैं।
वीणा जॉर्ज ने कहा, “स्वास्थ्य विभाग को चाहिए कि वायरस के प्रसार के किसी भी संकेत को गंभीरता से लें और तुरंत कार्रवाई करें। खांसी, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों वाले लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी जाती है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल कोई गंभीर स्थिति नहीं है, लेकिन पूर्व की लहरों के अनुभव को ध्यान में रखते हुए सतर्कता जरूरी है।
कर्नाटक में 9 माह का बच्चा संक्रमित, 32 सक्रिय मामले बेंगलुरु से
कर्नाटक में भी कोविड-19 का खतरा फिर सिर उठा रहा है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बेंगलुरु में 9 महीने के एक शिशु को कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि 22 मई को ‘रैपिड एंटीजन टेस्ट’ (RAT) से हुई। बच्चे को बेंगलुरु के वाणी विलास अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसकी हालत स्थिर बताई गई है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव हर्ष गुप्ता ने बताया, “राज्य में कुल 35 सक्रिय कोविड-19 मामले हैं, जिनमें से 32 अकेले बेंगलुरु से हैं। स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।”
आंध्र प्रदेश में पिछले 24 घंटों में चार नए केस
आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने बताया कि पिछले 24 घंटों में राज्य में कोविड-19 के चार नए मामले सामने आए हैं। इनमें से तीन केस विशाखापत्तनम से हैं जबकि एक मामला रायलसीमा क्षेत्र के कडप्पा जिले का है। कडप्पा में संक्रमित महिला की उम्र 61 वर्ष बताई गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि विशाखापत्तनम में एक महिला के संक्रमित पाए जाने के बाद उसके परिवार के दो अन्य सदस्य, जिनमें एक मेडिकल स्नातकोत्तर छात्र भी है, पॉजिटिव पाए गए हैं।
महत्वपूर्ण बिंदु और विश्लेषण:
- केरल में सबसे अधिक मामले: मई में अकेले केरल से 273 नए संक्रमणों की पुष्टि, जो देश में सबसे ज्यादा है।
- बेंगलुरु बना हॉटस्पॉट: कर्नाटक के कुल 35 मामलों में से 32 सिर्फ बेंगलुरु से हैं।
- शिशु संक्रमित होने का मामला चिंता का विषय: 9 माह का शिशु संक्रमित मिला, जिससे संक्रमण की संवेदनशीलता उजागर होती है।
- विशाखापत्तनम में क्लस्टर केस: एक ही परिवार में तीन संक्रमित मिलने से सामुदायिक संक्रमण की संभावना।
- सरकारी सजगता में इजाफा: सभी राज्यों ने स्वास्थ्य तंत्र को सतर्क रहने और आमजन को सावधानी बरतने की अपील की है।
विशेषज्ञों की राय:
प्रोफेसर डॉ. रामचंद्रन नायर (संक्रामक रोग विशेषज्ञ, त्रिवेंद्रम मेडिकल कॉलेज) ने कहा, “हालांकि वर्तमान लहर बेहद सीमित है, लेकिन कोरोना वायरस का व्यवहार अप्रत्याशित है। लोगों को सावधानी के तौर पर सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनना और लक्षण दिखने पर तुरंत परीक्षण कराना चाहिए।”
प्रोफेसर डॉ. सुरेश ए. (वीर्यविज्ञान विभाग, बेंगलुरु मेडिकल यूनिवर्सिटी) का मानना है, “बेंगलुरु में लगातार बढ़ते मामलो के पीछे भीड़भाड़ और कम सावधानी जिम्मेदार हो सकती है। गर्मी के मौसम में संक्रमण तेजी से फैल सकता है।”
आगामी उपाय और सावधानियां:
- लक्षण दिखने पर RAT या RT-PCR जांच कराएं।
- मास्क, सैनिटाइजर और सामाजिक दूरी का पालन करें।
- वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
- स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट या हेल्पलाइन से अपडेट लेते रहें।