राजस्थान में ड्राइविंग लाइसेंस अब मात्र 200 रुपए में – 37 आरटीओ सेवाएं पूरी तरह ऑनलाइन

Written by : Sanjay kumar

जयपुर, 25 अगस्त 2025।
राजस्थान परिवहन विभाग ने आमजन की सुविधा को देखते हुए बड़ा निर्णय लिया है। अब राज्य में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया बेहद आसान और सस्ती हो गई है। मात्र 200 रुपए में ड्राइविंग लाइसेंस बन सकेगा और वाहन रजिस्ट्रेशन, एनओसी, डुप्लीकेट आरसी सहित 37 सेवाएं पूरी तरह ऑनलाइन कर दी गई हैं। इस पहल से अब लोगों को आरटीओ दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे और एजेंटों पर निर्भरता भी खत्म होगी।

जयपुर से हुई शुरुआत

यह व्यवस्था जयपुर स्थित झालाना आरटीओ कार्यालय से शुरू की गई है। आरटीओ प्रथम राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि अब पोर्टल पर 37 सेवाएं उपलब्ध हैं। इनमें शामिल हैं –

  • वाहन ट्रांसफर
  • एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट)
  • डुप्लीकेट आरसी
  • रजिस्ट्रेशन रिन्यूअल
  • एड्रेस अपडेट
  • आरसी कैंसिलेशन
  • टैक्स क्लियरेंस सर्टिफिकेट
  • परमिट जारी/डुप्लीकेट/रिन्यूअल
  • ऑनलाइन टैक्स भुगतान
  • हाइपोथिकेशन टर्मिनेशन व एडिशन

अभी 22 सेवाओं के लिए आरटीओ कार्यालय जाना होगा

हालांकि 37 सेवाएं पूरी तरह ऑनलाइन हो चुकी हैं, लेकिन अभी भी 22 कार्य ऐसे हैं जिनके लिए वाहन मालिक को आरटीओ ऑफिस जाना होगा। इनमें वाहन फिटनेस सर्टिफिकेट, वाहन संशोधन और बिना आधार प्रमाणीकरण के मोबाइल नंबर अपडेट जैसी सेवाएं शामिल हैं।

तीन पोर्टल से होगा आवेदन

परिवहन विभाग ने आवेदन हेतु तीन पोर्टल उपलब्ध कराए हैं –

  1. parivahan.gov.in – सभी वाहन व ट्रांसपोर्ट सेवाएं
  2. vahan.parivahan.gov.in – वाहन संबंधी सेवाएं
  3. sarthiparivahan.com – ड्राइविंग लाइसेंस सेवाएं

यदि कोई व्यक्ति स्वयं आवेदन नहीं कर पाता, तो ई-मित्र केंद्र या आरटीओ हेल्प डेस्क से सहायता ले सकता है।

सरल ऑनलाइन प्रक्रिया

ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया बेहद आसान है। पोर्टल पर सेवा का चयन करने के बाद वाहन/लाइसेंस नंबर, चेसिस विवरण, आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने और निर्धारित शुल्क जमा करने के बाद आवेदन जमा हो जाएगा। आवेदन की स्थिति पोर्टल पर ट्रैक की जा सकती है।

हेल्प डेस्क से मिलेगी सुविधा

जयपुर आरटीओ कार्यालय में विशेष हेल्प डेस्क बनाई गई है। जूनियर असिस्टेंट पुष्पेंद्र जाटव ने बताया कि रोजाना 100 से अधिक लोग यहां आकर ऑनलाइन सेवाओं की जानकारी ले रहे हैं।

सात दिन में निपटेंगे आवेदन

आरटीओ अधिकारी राजेंद्र सिंह ने कहा कि यदि सभी दस्तावेज सही हैं और शुल्क जमा है, तो सात दिन के भीतर आवेदन निपटा दिया जाएगा। अधूरे दस्तावेज वाले आवेदन को सुधार के लिए वापस कर दिया जाएगा।

लोगों की प्रतिक्रिया

सांगानेर निवासी रामजीलाल ने बताया कि उन्हें अब एनओसी लेने के लिए किसी एजेंट को पैसा नहीं देना पड़ा। वहीं रमेश सिखवाल ने कहा कि उन्होंने हाइपोथिकेशन टर्मिनेशन ऑनलाइन करवाया और इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया गया।

पूरे प्रदेश में होगा विस्तार

परिवहन आयुक्त शुचि त्यागी ने बताया कि वर्तमान में यह व्यवस्था जयपुर से शुरू हुई है, लेकिन जल्द ही पूरे राजस्थान के आरटीओ कार्यालयों में इसे लागू किया जाएगा।

लाभ

इस नई व्यवस्था से –

  • पारदर्शिता बढ़ेगी
  • एजेंटों और बिचौलियों पर रोक लगेगी
  • समय और पैसे की बचत होगी
  • प्रक्रिया तेज और सरल होगी
  • पूरे प्रदेश में समान व्यवस्था लागू होगी


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!