राष्ट्रीय खेल दिवस पर पारम्परिक खेलों के साथ छात्राओं ने सीखा टीम स्पिरिट और स्वास्थ्य का महत्व

Written by : प्रमुख संवाद



कोटा : 31 अगस्त 2025

राष्ट्रीय खेल दिवस एवं हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की 120वीं जयंती के उपलक्ष्य में राजकीय कला कन्या महाविद्यालय, कोटा में तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसी श्रृंखला में आज “खेल एवं स्वास्थ्य” विषय पर व्याख्यान एवं पारम्परिक खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ।

राज्य पुरस्कार प्राप्त हैंडबॉल प्रशिक्षिका नीता डांगी ने अपने व्याख्यान में खेलों के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव को स्पष्ट करते हुए कहा कि खेल न केवल शरीर को स्वस्थ रखते हैं, बल्कि जीवन में अनुशासन, टीमवर्क, दृढ़ संकल्प और सामाजिकता जैसे गुण भी विकसित करते हैं।

राष्ट्रीय स्तर की हैंडबॉल खिलाड़ी एवं प्रशिक्षिका फरीदा ने विभिन्न पारम्परिक खेलों की जानकारी देते हुए उनके नियम बताए। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सीमा चौहान ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए तीन दिवसीय आयोजन की सफलता पर संतोष व्यक्त किया और छात्राओं की सक्रिय भागीदारी की सराहना की।

आज आयोजित गतिविधियों में छात्राओं एवं स्टाफ ने रस्सा-कस्सी, दड़ी-मार, रूमाल झपट्टा जैसे पारम्परिक भारतीय खेलों में उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतिभागियों को प्राकृतिक वातावरण का अनुभव कराने हेतु प्रतियोगिताओं का आयोजन छत्रविलास गार्डन में किया गया।

कार्यक्रम के सफल संचालन में प्रेरणा शर्मा, मीरा गुप्ता एवं डॉ. उमा बड़ोलिया ने सहयोग प्रदान किया। खेल प्रभारी डॉ. श्रुति अग्रवाल, डॉ. कविता मकवाना, डॉ. कविता मीणा, मो० रिजवान खान, डॉ. बीनू कुमावत, मिथलेश सोलंकी एवं दर्पण सिंह ने विभिन्न पारम्परिक खेलों की प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाया।


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