Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 5 सितंबर।
श्रीजी अस्पताल, रोड नं. 5 में राजस्थान एटॉमिक पावर स्टेशन से आए 72 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक को गंभीर हृदय रोग संबंधी लक्षणों – जैसे छाती में तीव्र दर्द – के बाद भर्ती किया गया। जांच के दौरान एंजियोग्राफी से मरीज की दो प्रमुख धमनियों में ब्लॉकेज पाया गया, जिनमें से एक में 90–95% तक रुकावट थी। चिकित्सकीय दृष्टि से इस स्थिति में केवल बायपास सर्जरी ही एकमात्र विकल्प था।

मरीज पहले से ही किडनी संबंधी रोग से पीड़ित था और उसकी एक किडनी छोटी थी। ऑपरेशन के समय मरीज की क्रिएटिनिन वैल्यू 2.5 थी, जो बाद में बढ़कर 4.5 तक पहुँच गई। इसके बावजूद चिकित्सकों ने जोखिम उठाते हुए सर्जरी को अंजाम दिया। इस दौरान आर्टेरियल ग्राफ्ट निकाले गए और उनका उपयोग कर सफलतापूर्वक बायपास किया गया।
मुख्य कार्डियक सर्जन डॉ. विनीत चावला ने पूरी टीम के साथ यह जटिल ऑपरेशन सफलतापूर्वक संपन्न किया। अस्पताल के निदेशक डॉ. राकेश चंद जिंदल ने बताया कि यह श्रीजी अस्पताल में पहली बार किया गया हृदय का बायपास ऑपरेशन है, जिसके साथ ही अस्पताल के हृदय शल्य चिकित्सा विभाग में 24×7 आपातकालीन सेवाओं की भी शुरुआत हो गई है।
ऑपरेशन के दौरान कार्डियक एनेस्थीसिया टीम के डॉ. ललित गोयल, डॉ. देवेंद्र गौतम और डॉ. अभिषेक गर्ग का विशेष योगदान रहा।
मरीज अब पूर्णतः स्वस्थ है, अपनी दैनिक दिनचर्या में लौट आया है और आज डिस्चार्ज किया जा रहा है।
