Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 27 सितम्बर 2025।
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (RTU), कोटा के साहित्य क्लब द्वारा 25 और 26 सितम्बर को पहली बार आयोजित दो दिवसीय साहित्य महोत्सव “SAC UTSAV 2k25” ऐतिहासिक सफलता के साथ संपन्न हुआ। यह आयोजन न केवल कोटा, बल्कि सम्पूर्ण राजस्थान की साहित्यिक और सांस्कृतिक पहचान के लिए एक महत्वपूर्ण पड़ाव सिद्ध हुआ। विश्वविद्यालय परिसर दो दिनों तक साहित्य, कला और संस्कृति की जीवंत प्रस्तुतियों से गूंजता रहा।

आरटीयू के सह जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि महोत्सव में साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों की विविधता देखने को मिली। पुस्तक विमोचन, कवि सम्मेलन, मुशायरा, पैनल डिस्कशन, ओपन माइक, वाद–विवाद, निबंध और रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता जैसे मंचों ने छात्रों और प्रतिभागियों को अपनी रचनात्मकता प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान किया। साथ ही नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के महत्व पर विशेष सत्र ने तकनीकी शिक्षा में साहित्य के योगदान पर गहन विमर्श प्रस्तुत किया।
कुलपति का संदेश
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा के कुलपति प्रो. बी. पी. सारस्वत ने अपने संदेश में कहा –
“SAC UTSAV 2k25 विश्वविद्यालय के लिए गर्व का क्षण है। यह महोत्सव छात्रों में साहित्य और संस्कृति के प्रति नई चेतना जगाता है तथा उन्हें अभिव्यक्ति और रचनात्मक सोच को आगे बढ़ाने का अवसर देता है। NEP 2020 के बहु-विषयक शिक्षा दृष्टिकोण को साकार करने में ऐसे आयोजन अहम भूमिका निभाते हैं। मैं आयोजन समिति, साहित्य क्लब, छात्र–छात्राओं और सभी सहयोगियों को इस सफल आयोजन के लिए हार्दिक बधाई देता हूँ। आशा है कि आने वाले वर्षों में यह महोत्सव और नई ऊँचाइयाँ प्राप्त करेगा और राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान को और अधिक समृद्ध करेगा।”


तकनीकी शिक्षा में साहित्य की भूमिका
महोत्सव ने यह संदेश दिया कि तकनीकी शिक्षा और साहित्य का समन्वय छात्रों के समग्र व्यक्तित्व-विकास के लिए अनिवार्य है। साहित्य न केवल अभिव्यक्ति का माध्यम है, बल्कि रचनात्मकता, आलोचनात्मक सोच, संप्रेषण कौशल और मानवीय मूल्यों को विकसित करने का सशक्त साधन है। विशेषज्ञों ने चर्चा में कहा कि साहित्य से जुड़ाव इंजीनियरिंग छात्रों को समस्याओं को मानवीय दृष्टिकोण से देखने, टीमवर्क और नेतृत्व कौशल विकसित करने तथा समाज की विविधता को समझने में मदद करता है।
राष्ट्रीय स्तर पर भागीदारी
इस महोत्सव की सबसे बड़ी विशेषता रही राष्ट्रीय स्तर की भागीदारी। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, दिल्ली, लखनऊ और भोपाल सहित देशभर के कई शहरों से साहित्यकारों, कवियों, संगीतकारों और नृत्य कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से कार्यक्रम को बहुआयामी बनाया। तकनीकी एवं गैर-तकनीकी संस्थानों से आए प्रतिभागियों ने वाद–विवाद, रैप बैटल, लेखन प्रतियोगिता और ओपन माइक जैसे मंचों पर अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।
सांस्कृतिक संध्याएँ बनी आकर्षण का केंद्र
प्रथम दिवस की सूफ़ी नाइट ने पूरे वातावरण को रसपूर्ण बना दिया, वहीं द्वितीय दिवस का समापन गरबा नाइट के उल्लासमय माहौल के साथ हुआ। इसके अतिरिक्त रैप बैटल, अंताक्षरी और युवा-केंद्रित प्रस्तुतियों ने महोत्सव को नई ऊर्जा प्रदान की।
SAC UTSAV 2k25 ने सिद्ध किया कि तकनीकी शिक्षा के साथ साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का समन्वय ही भविष्य के उत्तरदायी, रचनात्मक और संवेदनशील नागरिक तैयार कर सकता है। यह आयोजन लंबे समय तक छात्रों, कलाकारों और साहित्यप्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा।
