Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 27 सितंबर 2025।
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा के कर्मचारियों की दशकों पुरानी और सबसे महत्वपूर्ण मांग आखिरकार पूरी हो गई। शनिवार सायं 4:30 बजे आयोजित प्रबंध मंडल की 49वीं विशेष बैठक (हाइब्रिड मोड) में सर्वसम्मति से यह ऐतिहासिक निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ प्रदान किया जाएगा।
बैठक की अध्यक्षता कुलगुरु प्रो. भगवती प्रसाद सारस्वत ने की। इस अवसर पर विधायक संदीप शर्मा, विधायक ललित मीणा (ऑनलाइन), संजीज बिहारी, कुंजीलाल स्वामी, रोहित दीक्षित, राजेश कुमार शर्मा, प्रो. अजय बिंदलिश, प्रो. शरद महेश्वरी, डॉ. कृष्ण गोपाल शर्मा, डॉ. अरुण आर्य, प्रो. अखिल रंजन गर्ग, प्रो. दरियाब सिंह यादव, प्रो. डी.के. पलवलिया, प्रो. मनीषा व्यास, प्रो. हरीश शर्मा, प्रो. संजू तंवर, प्रो. दिनेश बिरला एवं विश्वविद्यालय के कुल सचिव दिवाकर जोशी उपस्थित रहे।
प्रबंध मंडल ने राजस्थान सिविल सेवा पेंशन नियम 1996 तथा राजस्थान राज्य कर्मचारी सामान्य प्रावधान निधि नियम 2021 को विश्वविद्यालय में लागू करने का सर्वसम्मत निर्णय लिया।
कुलगुरु प्रो. सारस्वत ने कहा कि “यह निर्णय विश्वविद्यालय परिवार के प्रत्येक शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक कर्मचारी को भविष्य की सुरक्षा और स्थायित्व प्रदान करेगा। यह न केवल उनके हित में है बल्कि विश्वविद्यालय की कार्य संस्कृति और प्रगति के लिए भी महत्वपूर्ण है।”
विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि “कर्मचारियों की यह मांग लंबे समय से लंबित थी, आज उसका समाधान हुआ है। इससे कर्मचारियों को आत्मविश्वास और सम्मान मिलेगा।”
विधायक ललित मीणा ने ऑनलाइन संबोधन में कहा कि “यह निर्णय विश्वविद्यालय की मजबूती और स्थिरता की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगा। कर्मचारियों का उत्साह विश्वविद्यालय के विकास में नई ऊर्जा का संचार करेगा।”
यह ऐतिहासिक निर्णय राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के कर्मचारियों की वर्षों पुरानी सबसे गंभीर समस्या का स्थायी समाधान है। निर्णय के उपरांत कर्मचारियों में अत्यधिक प्रसन्नता और उत्साह का वातावरण है।
कर्मचारियों ने इस अवसर पर कुलगुरु प्रो. सारस्वत, विधायक संदीप शर्मा, विधायक ललित मीणा तथा सभी प्रबंध मंडल सदस्यों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।
