Written by : प्रमुख संवाद
कोटा, 13 अक्टूबर। राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (RTU), कोटा में कुलगुरु प्रो. बी.पी. सारस्वत की अध्यक्षता में आयोजित रिसर्च बोर्ड बैठक में इस वर्ष पीएचडी प्रवेश में 35 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई। वर्ष 2024 में जहां 64 प्रवेश हुए थे, वहीं वर्ष 2025 में यह संख्या बढ़कर 86 पहुंच गई।

सह जनसंपर्क अधिकारी विक्रम राठौड़ ने बताया कि बैठक में शोध प्रस्तावों की स्वीकृति, अनुसंधान पर्यवेक्षक परिवर्तन, शोध अवधि विस्तार, नए पर्यवेक्षकों की मान्यता, अनुसंधान परियोजनाओं की स्थिति समीक्षा और आगामी योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
कुलगुरु प्रो. सारस्वत ने कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान को प्रोत्साहित करना और ऐसे नवाचारों को बढ़ावा देना है जो समाज के लिए उपयोगी सिद्ध हों। उन्होंने कहा कि आरटीयू राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप विश्वस्तरीय शोध वातावरण निर्मित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर प्रो. ए.के. चतुर्वेदी (आरटीयू डीएटी-2025 समन्वयक), डॉ. के.बी. राणा एवं उनकी टीम को उत्कृष्ट योगदान के लिए सराहा गया। बैठक में डीन रिसर्च प्रो. एस.के. पाराशर, प्रो. दिनेश बिड़ला, प्रो. आर.एस. मीणा, प्रो. वी.के. गोराना, प्रो. डी.के. पलवालिया, प्रो. रंजन माहेश्वरी, प्रो. ए. बिंदलिश, प्रो. विवेक पांडे, प्रो. मनीषा व्यास, डॉ. शरद माहेश्वरी एवं प्रो. एन.के. जोशी सहित कई सदस्य उपस्थित रहे।
बैठक में विश्वविद्यालय में अनुसंधान की गुणवत्ता, नवाचार और पेटेंट की दिशा में ठोस रणनीतियाँ बनाने पर भी जोर दिया गया।
